Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2018 · 1 min read

मन दीप

बंधन के दीप

दीप जलाओ घर में अपने, है बहुत अंधेरा

बाती ये बंधन की छोटी, है अभी सवेरा।

कितने कच्चे प्यार के धागे

बात बात पर टूटे

कैसा ये अनमोल रिश्ता

सुन लोरी सो जाते।।

…..दीप जलाओ घर में अपने, है बहुत अंधेरा

बंधन से बंधन की बातें

अंतस की हैं सांसें

बंधन हैं स्वप्न सरीखे

उड़-उड़ जाएं रातें….

……. …..दीप जलाओ घर में अपने,है बहुत अंधेरा

बंधन से है अंक मां का

पिता प्रेम की दरिया

बंधन है ममता का आंचल

खिल-खिल जाए बहियां…

…. …..दीप जलाओ घर में अपने,है बहुत अंधेरा

बंधन से रिश्तों के मेले।

घर-घर की है पूंजी

बाबुल अंगना उठे डोली

जग की यह कुंजी।।

…..दीप जलाओ घर में अपने, है बहुत अंधेरा

बंधन में बंधक हैं सारे

नेह-जन्म के किस्से

आशाओं की गठरी लादे

मन-मन ढूंढें सच्चे…

…..दीप जलाओ घर में अपने, है बहुत अंधेरा

बंधन है प्यार का मोती

जुगनू सी है माया

रो रही है घर में अम्मा और

उनकी थिरकती काया…।।

…. …..दीप जलाओ घर में अपने, है बहुत अंधेरा

कैसा बंधन, कौन सा बंधन

घर-घर की हैं बातें

अर्थ खो रहे रिश्ते-नाते

अलग-थलक हैं रातें।।

….. दीप जलाओ घर में अपने, बहुत अंधेरा है

छोड़ो दूरी करो मोहब्बत

यही जग की रीति

थामो अपनी घर की बगिया

फूलों से है रीति

… दीप जलाओ घर में अपने, बहुत अंधेरा है

-सूर्यकांत द्विवेदी

Language: Hindi
468 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फूल फूल और फूल
फूल फूल और फूल
SATPAL CHAUHAN
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
#सुप्रभात
#सुप्रभात
*Author प्रणय प्रभात*
राष्ट्र भाषा राज भाषा
राष्ट्र भाषा राज भाषा
Dinesh Gupta
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
Er.Navaneet R Shandily
डिजिटलीकरण
डिजिटलीकरण
Seema gupta,Alwar
"वसन्त"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी की हिफाजत में,
किसी की हिफाजत में,
Dr. Man Mohan Krishna
ये दिल है जो तुम्हारा
ये दिल है जो तुम्हारा
Ram Krishan Rastogi
वोट दिया किसी और को,
वोट दिया किसी और को,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लफ्ज़
लफ्ज़
Dr Parveen Thakur
कल तक जो थे हमारे, अब हो गए विचारे।
कल तक जो थे हमारे, अब हो गए विचारे।
सत्य कुमार प्रेमी
गौमाता को पूजिए, गौ का रखिए ध्यान (कुंडलिया)
गौमाता को पूजिए, गौ का रखिए ध्यान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
दोहे- साँप
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
मन उसको ही पूजता, उसको ही नित ध्याय।
डॉ.सीमा अग्रवाल
“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
मैं अपने दिल में मुस्तकबिल नहीं बनाऊंगा
मैं अपने दिल में मुस्तकबिल नहीं बनाऊंगा
कवि दीपक बवेजा
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*
*
Rashmi Sanjay
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
"मां की ममता"
Pushpraj Anant
भोर अगर है जिंदगी,
भोर अगर है जिंदगी,
sushil sarna
हटा 370 धारा
हटा 370 धारा
लक्ष्मी सिंह
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/20.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी छोड़ना नहीं तू , यह हाथ मेरा
कभी छोड़ना नहीं तू , यह हाथ मेरा
gurudeenverma198
🐼आपकों देखना🐻‍❄️
🐼आपकों देखना🐻‍❄️
Vivek Mishra
Loading...