Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2020 · 1 min read

मनुष्य भीतर से खोखला है

ज़िंदगी में नवाजे गए लोग आज भी शोहोरत के पीछे भाग रहे हैं,
फासला है सिर्फ एक दूरी का जहा अपनी ताज गवा रहे हैं।

मुनासिब हैं नामक मगर अपने घमंड को नया आकर दे रहे हैं,
ज़िंदगी की बाज़ार में अपने एक एक कर्मो का मटका सज़ा रहे हैं।

किसी ओर के खाने में पानी डालकर अपनी मकान को सवर्ने में तुले हुए हैं,
फरिश्तों जैसा दिल दिखाकर अपने पैर में खुद खिलाड़ी मर रहे हैं।

अनेक रंगो को मिलकर अपनी अस्तित्व को एक आकर दे रहे हैं,
गिरगिट से भी जायदा रंग बदलकर अपनी आप को खुदा केह रहे हैं।

शिकायते हर कोई करता है सिर्फ कुछ ही अपने ज़िंदगी को खुले में जिया करते हैं,
दुख और गम को पिरोकर एक खुशियों का मोहोला बनाया करते हैं।

फरमाइश में जीने की हर एक नाकाम कोशिश करने जुठ जाता है,
जिसको एक वक़्त की रोटी मिलती हैं वह उसी में खुश हो जाता हैं।

– Basanta Bhowmick

Language: Hindi
2 Likes · 216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
Ranjeet kumar patre
*कौशल्या (कुंडलिया)*
*कौशल्या (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*****आज़ादी*****
*****आज़ादी*****
Kavita Chouhan
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
Anil Mishra Prahari
आंखों में शर्म की
आंखों में शर्म की
Dr fauzia Naseem shad
झूठी है यह सम्पदा,
झूठी है यह सम्पदा,
sushil sarna
2776. *पूर्णिका*
2776. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"गिरना जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
Vindhya Prakash Mishra
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
फितरत जग एक आईना
फितरत जग एक आईना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गुरुकुल भारत
गुरुकुल भारत
Sanjay ' शून्य'
" अब कोई नया काम कर लें "
DrLakshman Jha Parimal
खोखली बुनियाद
खोखली बुनियाद
Shekhar Chandra Mitra
जीवन
जीवन
Santosh Shrivastava
धरती करें पुकार
धरती करें पुकार
नूरफातिमा खातून नूरी
.......रूठे अल्फाज...
.......रूठे अल्फाज...
Naushaba Suriya
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Hum mom ki kathputali to na the.
Hum mom ki kathputali to na the.
Sakshi Tripathi
मुहब्बत
मुहब्बत
Dr. Upasana Pandey
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
Dr Tabassum Jahan
हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है
हारे हुए परिंदे को अब सजर याद आता है
कवि दीपक बवेजा
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Loading...