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15 Jan 2020 · 1 min read

मदनारी छंद

मदनारी छंद
—————–
ढोलक मुरली अनहद बाजे,
औरत मटकी पनघट साजे ।
सुंदर लगते रसफल ताजे,
आज ह्रदय में, सजन विराजे ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
2 Likes · 462 Views
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