Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2018 · 1 min read

मत माँ के आंचल को बांटो

पहले बांट दिया धर्मों में,
अब बांटा है जाति में
मानवता का खून किया,
लात मार दी थाती में

काबा और कैलाश बटा
धरती और आकाश बटा
सरहद बांटी देशों की
तुमसे न संताप बटा

गाय बटी बकरी बटी
अब रंग भी तुमने बांट दिए
रहन-सहन बोली न छोड़ी
जीने के ढँग भी बांट दिए

तीज बटे त्यौहार बटे
रस्मो और रिवाज बटे
छद्म भेड़ियों की चालों से
जीने के अंदाज़ बटे

काट रहे हो अपनी मां को
क्यों छलनी सीना करते हो
डरा करो परवरदिगार से
जिसके बल जीते मरते हो

कब तक तुम विद्रोह करोगे
कब तक नफरत बांटोगे
अपने स्वार्थ की खातिर तुम
अपनी भारत मां काटोगे

अरे बांटना ही है तो
दीन दुःखी के दर्द को बांटो
बंद करो यह खून खराबा
मत माँ के आंचल को बांटो

यह भोली भाली जनता है
मत इस को गुमराह करो
सीधे साधे लोगों की
तुम भी अब परवाह करो

सीख धर्म की हम से लेलो
हम भी तो इंसान हैं
आपस में है भाई भाई
एक दूजे की जान हैं

न जैन पारसी सिक्ख ईसाई
ना हिंदू न मुसलमान हैं
हम सब भारत मां के बेटे
‘कल्प’ बस हम इंसान हैं

✍?अरविंद राजपूत ‘कल्प’

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 545 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अधीर मन
अधीर मन
manisha
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
शेखर सिंह
■ तेवरी
■ तेवरी
*Author प्रणय प्रभात*
बिल्ली
बिल्ली
SHAMA PARVEEN
नजरअंदाज करने के
नजरअंदाज करने के
Dr Manju Saini
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
निराला जी पर दोहा
निराला जी पर दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2816. *पूर्णिका*
2816. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बन रहा भव्य मंदिर कौशल में राम लला भी आयेंगे।
बन रहा भव्य मंदिर कौशल में राम लला भी आयेंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
कौन जात हो भाई / BACHCHA LAL ’UNMESH’
कौन जात हो भाई / BACHCHA LAL ’UNMESH’
Dr MusafiR BaithA
अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय
अब भी दुनिया का सबसे कठिन विषय "प्रेम" ही है
DEVESH KUMAR PANDEY
Sometimes you shut up not
Sometimes you shut up not
Vandana maurya
होली के रंग
होली के रंग
Anju ( Ojhal )
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
माता की चौकी
माता की चौकी
Sidhartha Mishra
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-347💐
💐प्रेम कौतुक-347💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुविचार
सुविचार
Neeraj Agarwal
वो ज़माने चले गए
वो ज़माने चले गए
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
न कोई काम करेंगें,आओ
न कोई काम करेंगें,आओ
Shweta Soni
करनी का फल
करनी का फल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
"उदास सांझ"
Dr. Kishan tandon kranti
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
*जिंदगी  जीने  का नाम है*
*जिंदगी जीने का नाम है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
हमारी सम्पूर्ण ज़िंदगी एक संघर्ष होती है, जिसमे क़दम-क़दम पर
SPK Sachin Lodhi
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Mahender Singh
Loading...