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9 Nov 2020 · 1 min read

मंत्रोच्चारण :एक प्रयास

___सूर्यनमस्कार मन्त्र___
__सुभाषित__
ध्येय: सदा सवितृ -मण्डल-मध्यवतर्ती।
नारायण: सरसिजाऽसन सन्निविष्ट:।।
केयूरवान‌् मकर-कुण्डलवान् किरीटि ।
हारि हिरण्यमय वपुधृत शंख-चक्र:।।
1:-ॐ मित्राय नम:
2:-ॐ रवये नमः
3:-ॐ सूर्याय नमः
4:-ॐ भानवे नमः
5:-ॐ खगाय नमः
6:-ॐ पूष्णे नमः
7:-ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
8:-ॐ मरीचये नमः
9:-ॐआदित्याय नमः
10:-ॐ सवित्रे नमः
11:-ॐअर्काय नमः
12:-ॐ भास्कराय नमः
13:-ॐ श्री सवितृ सुर्य नारायणाय नमः
___फल श्रुति मन्त्र____
आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुवन्ति दिने दिने।
आयु: प्रज्ञा बलव् वीर्यम् तेजस् तेषाञ् च जायते।।
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