!!!!! मंजिल तक गर तुमको जाना !!!!!
मंजिल तक गर तुमको जाना ,सोच समझकर कदम बढ़ाना।
राह वही तुम तो अपनाना, पीछे जिसमें पड़े न पछताना।
कर्म से करके तुम याराना, आगे आगे सदा आगे ही जाना।।
जीवन छोटा काम बहुत है, सबसे ज्यादा जिसकी जरूरत।
रखना पल पल इस पर निगाहें,काम से अपने मुंह न चुराना।।
भटक गए तो खटकेगा, काम तुम्हारा अटकेगा ।
नहीं देगा साथ कोई,काम अपना खुद ही निपटाना।
रोकने वाले बहुत मिलेंगे, हो सकता है तुमसे जलेंगे।
भला बुरा कुछ तो भी कहेंगे, बातों में उनकी न आना।।
धन भी मिलेगा सम्मान मिलेगा, सुखमय जीवन भी गुजरेगा।
अनुनय गीत गजल यह मेरी ,अंतरण में आप बिठाना।।
मंजिल तक गर तुमको जाना ,सोच समझकर कदम बढ़ाना।।
राजेश व्यास अनुनय