Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2017 · 1 min read

भोले मुझपे रहम कर

तर्ज- सनम रे सनम रे
हो वो हो वो हो वो वो वो…..
नंगे नंगे से मै तेरे द्धार पे आऊं रे ,
दूध ,शहद , जल तुझपे चढ़ाऊँ रे ,
तेरा ही नाम जपूँ की झूम के नाचूँ मै ,
हौले हौले तेरे दरश को ,तेरी राह तकूँ ,
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
रहम रे रहम रे , ज़रा मुझपे रहम कर रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
तेरे करीब मै आकर भोले अर्जी सुनाऊँ रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
हो वो हो वो हो वो वो वो…..
कितनो का भोले तूने दुःख दूर किया है ,
बाझँ को पुत्र अंधे को रौशनी दिया है ,
पूरी दुनिया में भोले बस तेरा ही छाया है,
मेरा मुकद्दर चमका दे तू
नैया पार लगा दे तू
तेरे चरणों में ही बिताने मुझको
अपने सारे जनम रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
रहम रे रहम रे , ज़रा मुझपे रहम कर रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे

Language: Hindi
Tag: गीत
833 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
डाकिया डाक लाया
डाकिया डाक लाया
Paras Nath Jha
ना धर्म पर ना जात पर,
ना धर्म पर ना जात पर,
Gouri tiwari
फितरत
फितरत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
प्रेम
प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
जो धधक रहे हैं ,दिन - रात मेहनत की आग में
Keshav kishor Kumar
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
अपनी लेखनी नवापुरा के नाम ( कविता)
Praveen Sain
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
Smriti Singh
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
🙅आदिपुरुष🙅
🙅आदिपुरुष🙅
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
2696.*पूर्णिका*
2696.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
पुतलों का देश
पुतलों का देश
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
कर ले कुछ बात
कर ले कुछ बात
जगदीश लववंशी
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सिर्फ़ वादे ही निभाने में गुज़र जाती है
सिर्फ़ वादे ही निभाने में गुज़र जाती है
अंसार एटवी
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
इश्क
इश्क
SUNIL kumar
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
"वादा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...