भूख मुफलिस की अब मिटानी है
उम्र भर —-रखनी सावधानी है
आंख तुमसे नही ——–लड़ानी है
जान देकर भी हम सभी को अब
लाज भारत की तो बचानी है
चैन मिलता —–न दिल लगा करके
उम्र भर —–अश्क़ बस बहानी है
जो सुनाई ——-थी दास्तां दिल की
आज भी ——-याद वो कहानी है
आओ मिल कर ये हम कसम ले लें
भूख मुफलिस की अब मिटानी है
साथ —देना — सदा हकीकत का
साफ —– कहना ही -सच बयानी है
जान ——-जाए या फिर रहे “प्रीतम”
देश में ——-क्रांति लेके आनी है