Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2021 · 1 min read

भीख नाहीं, रोज़गार चाहीं

आसन जाव भाड़ में!
शासन जाव भाड़ में!!
काम चाहीं जनता के
रासन जाव भाड़ में!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#RozgarDo

Language: Hindi
251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
तितली के तेरे पंख
तितली के तेरे पंख
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
2454.पूर्णिका
2454.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
Ravi Prakash
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
यादों का झरोखा
यादों का झरोखा
Madhavi Srivastava
💐अज्ञात के प्रति-151💐
💐अज्ञात के प्रति-151💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
Mahendra Narayan
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
Trishika S Dhara
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
शेखर सिंह
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
वैविध्यपूर्ण भारत
वैविध्यपूर्ण भारत
ऋचा पाठक पंत
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
विधा - गीत
विधा - गीत
Harminder Kaur
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
Shweta Soni
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
"बोलते अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ मोनाल तूॅ आ
ऐ मोनाल तूॅ आ
Mohan Pandey
श्याम दिलबर बना जब से
श्याम दिलबर बना जब से
Khaimsingh Saini
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
Satish Srijan
"हाथों की लकीरें"
Ekta chitrangini
कवि होश में रहें / MUSAFIR BAITHA
कवि होश में रहें / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सहयोग की बातें कहाँ, विचार तो मिलते नहीं ,मिलना दिवा स्वप्न
सहयोग की बातें कहाँ, विचार तो मिलते नहीं ,मिलना दिवा स्वप्न
DrLakshman Jha Parimal
■ आज का शेर...।
■ आज का शेर...।
*Author प्रणय प्रभात*
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
निशानी
निशानी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
कैसी-कैसी हसरत पाले बैठे हैं
कैसी-कैसी हसरत पाले बैठे हैं
विनोद सिल्ला
Loading...