भावी पीढ़ी को ___ जोड़ दे __ कविता
हमारी संस्कृति यह तो नहीं कि हम ___
तन बदन की शर्म हया छोड़ दे।
रीति-रिवाजों परंपराओं की,
सारी ही बेड़ियां तोड़ दें ।
फर्ज बनता है आपका अपना सभी का यारो,
भावी पीढ़ी को,
हमारी भारतीय संस्कृति से जोड़ दें।।
तुम भी कहते, मैं भी कहता ,
जमाना बदल गया है।
आओ नए जमाने को हम ,
मान सम्मान के साथ जोड़ दें।।
वे बच्चे जो आज पालने में है,
कल बड़े होंगे।
आदर्श आपके हमारे अपनाएं,
कुछ नए आदर्श,
उनके लिए छोड़ दें।।
जैसा सिखाएंगे, वैसा ही वे अपनाएंगे,
क्यों न हम सभी मिलकर,
उनके लिए नहीं राह को मोड़ दें।।
देश का होगा नाम, न की हो यह बदनाम,
नवसृजन के काम से,
हम सभी को जोड़ दें।।
राजेश व्यास अनुनय