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2 Mar 2017 · 1 min read

भारत भू को बाँट रहे

कर गुणगान इतिहास का ये जो भारत भू को बाँट रहे
निवाला एक देकर हमे ये जो रस मलाई को चाट रहे

पथ भटके हो करतब उनके तुम नहीं समझ पाओगे
खो चुके आपस का भाई चारा कैसे संभल पाओगे
लड़ाकर तुम्हे एक दूसरे से देखो ले अब वो ठाठ रहे

तू मुसलमान मैं हिन्दू तू जाट मैं चमार बता फर्क क्या है
तू पढता नमाज मैं करता आरती जरा बता हर्ज क्या है
लाल करवाकर आँख हमारी दुश्मन नंगे वो नाच रहे

हम सबका है ये देश बीज प्यार के पुरखों ने बोए है
आज नहीं तो कल हम सबने पिता और बेटे खोए है
फिर होते कौन हैं प्रमाणपत्र देशभक्ति के जो बाँट रहे

कर गुणगान इतिहास का ये जो भारत भू को बाँट रहे
निवाला एक देकर हमे ये जो रस मलाई को चाट रहे

Language: Hindi
624 Views
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