Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2017 · 1 min read

भारत देश महान है

भारत देश महान है भाई

भारत देश महान है

यहाँ के नेता चारा चरते

आए दिन घोटाला करते

गूँगी -बहरी जनता खातिर

ये गिरधर गोपाल हैँ

भारत देश महान है भाई

भारत देश महान है

यहाँ के साधु -सन्यासी

दुर्व्यसनोँ मेँ जकड़े रहते

आशाराम सरीखे ढोँगी

आए दिन दुष्कर्म करते

जो इन पर करे भरोसा

वो मूरख नादान हैँ

भारत देश महान है भाई

भारत देश महान है

यहाँ के घूसखोर सिपाही

अपराधी से डरते हैँ

बेकसूर फरियादी को ये

जेल के अंदर करते हैँ

चंद सिक्कोँ मेँ ये अपना

बेच देते ईमान हैँ

भारत देश महान है भाई

भारत देश महान है

यहाँ की बेटियाँ अपने घर की

इज्जत बेचा करती हैँ

जीँस-टाप मेँ ब्वायफ्रेँड के संग

पार्क मेँ घूमा करती हैँ

शादी से पहले माँ बनना

ये बातेँ तो आम हैँ

भारत देश महान है भाई

भारत देश महान है

Language: Hindi
452 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
Krishna Kumar ANANT
“बदलते भारत की तस्वीर”
“बदलते भारत की तस्वीर”
पंकज कुमार कर्ण
वक्त नहीं
वक्त नहीं
Vandna Thakur
दाना
दाना
Satish Srijan
घट -घट में बसे राम
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
निर्धन बिलखे भूख से, कौर न आए हाथ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खो गयी हर इक तरावट,
खो गयी हर इक तरावट,
Prashant mishra (प्रशान्त मिश्रा मन)
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
Dr MusafiR BaithA
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
#देश_उठाए_मांग
#देश_उठाए_मांग
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-77💐
💐अज्ञात के प्रति-77💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
Sanjay ' शून्य'
शहीद दिवस
शहीद दिवस
Ram Krishan Rastogi
मनुष्य प्रवृत्ति
मनुष्य प्रवृत्ति
विजय कुमार अग्रवाल
हर क़दम पर सराब है सचमुच
हर क़दम पर सराब है सचमुच
Sarfaraz Ahmed Aasee
हम और तुम
हम और तुम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अधूरा सफ़र
अधूरा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
हज़ारों साल
हज़ारों साल
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
"मन्नत"
Dr. Kishan tandon kranti
सम्मान से सम्मान
सम्मान से सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हे नाथ कहो
हे नाथ कहो
Dr.Pratibha Prakash
जरा सी गलतफहमी पर
जरा सी गलतफहमी पर
Vishal babu (vishu)
Loading...