Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2017 · 1 min read

***भारत देश अनूठा,अनुपम***

नव चिन्तन, नव मनन किया जब, यह विचार अंकुरित हुआ,
अपना भारत देश अनूठा,अनुपम, जिसकी परम पावन वसुंधरा।
इस भूमि पर जन्म मिलेगा कब, देव सदैव ही ताके रहते,
कैसे पुण्य कर्म कर डालें, जिससे मिल पाए आश्रय प्यारा॥1॥

पृष्ठभूमि अध्यात्म की, दैवीय गुण से सम्पन्न तो है ही इसकी,
अविरल बहती पावन गंगा कल-2 ध्वनि संग,उपजाती धैर्य नया,
देती शिक्षा धीरज रख लो,दृष्टि जमाओ,मिल जाएगा लक्ष्य तुम्हारा,
ऊर्जित होकर, कदम बढ़ाओ धीरे-2, सबकुछ होगा न्यारा-न्यारा॥2॥

इतिहास पुराना इस वीरधरा का, वीर पुरुष की खान कहाती,
ली परीक्षा नृप शिवि की जब देवों ने,त्याग,वीरभाव भी सिखलाती,
दानवीरता की शिक्षा,सूतपुत्र कर्ण का जीवन, देता अद्भुत,
कायल किया शत्रुपक्ष को,दान से, कर उपयोग आयुध सारा ॥3॥

त्याग और आदर्श का शिक्षा, सिखलाता पुरुषोत्तम राम का जीवन,
त्याग-त्याग रे त्याग रे मूरख,पापों को, बुद्ध का जीवन सिखलाता,
इंद्रिय को करो नियंत्रण, बनो, जितेंद्रिय, कहे महावीर का जीवन,
कृष्ण कहे तू छोड़ रे तृष्णा,गाता रह भगवद गीता की गाथा ॥4॥

###अभिषेक पाराशर###

Language: Hindi
693 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
🌺 Prodigy Love-22🌹
🌺 Prodigy Love-22🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
बसंती बहार
बसंती बहार
Er. Sanjay Shrivastava
*** होली को होली रहने दो ***
*** होली को होली रहने दो ***
Chunnu Lal Gupta
// लो फागुन आई होली आया //
// लो फागुन आई होली आया //
Surya Barman
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
World News
जब ‘नानक’ काबा की तरफ पैर करके सोये
जब ‘नानक’ काबा की तरफ पैर करके सोये
कवि रमेशराज
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
DrLakshman Jha Parimal
निर्मेष के दोहे
निर्मेष के दोहे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
कवि दीपक बवेजा
जिज्ञासा और प्रयोग
जिज्ञासा और प्रयोग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Ram Babu Mandal
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिंदी पखवाडा
हिंदी पखवाडा
Shashi Dhar Kumar
*महाकाल के फरसे से मैं, घायल हूॅं पर मरा नहीं (हिंदी गजल)*
*महाकाल के फरसे से मैं, घायल हूॅं पर मरा नहीं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
“गणतंत्र दिवस”
“गणतंत्र दिवस”
पंकज कुमार कर्ण
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
जाते-जाते गुस्सा करके,
जाते-जाते गुस्सा करके,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"प्रेम और क्रोध"
Dr. Kishan tandon kranti
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
शेखर सिंह
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
Anil "Aadarsh"
जय जगन्नाथ भगवान
जय जगन्नाथ भगवान
Neeraj Agarwal
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
😊कमाल है😊
😊कमाल है😊
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...