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23 Dec 2018 · 1 min read

भाग दौड मे

भाग दौड मे भुले सबको ही
अपनी भी कोई खबर नही

मिल जाए राहत जिंदगी को
कुछ पल वक्त रूके तो सही

छोटी सी ये जिदंगी देखो
जो कितनी व्यस्त है रहती

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