मेरा प्यारा भाई
आज एक भाई के लिए कुछ पंक्तियां अपने कलमो से सजाने का प्रयास किया हु।
धन्य हुआ हूं इस जनम में
मिले है कृष्ण कन्हैया।
तुमसे दूर कभी न रहू
सुन मेरे प्यारे भइया।।
जीवन के किसी भी मोड़ पर
जब जब मैं ठोकर खाई।
चिंता मत कर ध्यान से सुनले
साथ खड़ा तेरा भाई।।
जमीन आसमां एक कर देंगे
तेरे प्यार के खातिर।
तुझे कोई बोल दे, आसान नही
हु मैं बड़ा शातिर।।
मुझसे लड़ना उसकी आदत है
पर उतना ही प्यार जताता है।
चेहरे पर खामोशी देख
मुस्कान को जल्द बुलाता है।।
छोटी उम्र है पर बाते उसकी
जैसे हो गया हो वो बड़ा।
कहता है तू दुःखित मत रह
हर वक्त तेरे साथ मैं खड़ा।।
कैसे बताऊ आप सब को
मैंने कैसी किस्मत पाई।
माँ बाप बहनों के अलावा
दुःख में साथ मेरा भाई।।
ये जन्मदिन मेरे दोस्त की
हमसब के लिए ये पर्व है खास।
तुम्हारे जीवन मे खुशहाली हो
ईश्वर से यही है मेरी आश।।
खुदा ने जब तुम्हे बनाया था।
उस दिन वो जश्न मनाया होगा।
तुम्हे यहाँ भेजकर
उसके आंखों में आंसू आया होगा।।
कुमार अनु ओझा