Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2020 · 1 min read

*”भाई दूज “*

“भाई दूज”
यम द्वितीया का पावन पर्व ,
भाई बहन का अनमोल रिश्ता ।
अटूट विश्वास श्रद्गा स्नेहिल प्रेम भाव से ,
कुंकुम रोली अक्षत तिलक ,
माथे पे लगाएं।
पुलकित मनभावन मंगल बेला में,
थाल सजाये बहना खड़ी हुई ।
बाट जोहती भईया की।
ममतामयी अपनापन छलके।
प्रीत की रीत निभाते ,विपदाओं से जूझते हुए,
बंधन प्रीत का टूटे न कभी ,
बरसते रहे खुशियां अपार।
दीपक सा रोशन हो ,जुगजुग जीये भइया हमारा।
स्नेहिल प्रेम का सुखद उपहार ,
भाई बहनों का अंनत प्रेम ।
भाई के मंगल दीर्घायु चिरायु ,आरोग्य स्वास्थ्य कामना।
सुखी जीवन का खजाना ,
चाहे सुख हो या दुख हो ,हमेशा चहकते खिलखिलाना।
मंगलमयी शुभ बेला में,
आशीष संग जीवन की मंगलकामना।
सलामत रहे मेरा भैया ,यही दुआयें करती है बहना।
भाई बहनों का पवित्र बंधन ,
रेशम की डोरी से बंधे ही रहना।
खुशियों में झूमे सारा संसार ,
चाँद की चांदनी सी चमक लिए ,
भाई बहनों का अटूट विश्वास सदाबहार।
शशिकला व्यास

Language: Hindi
434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"मैं तुम्हारा रहा"
Lohit Tamta
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
Ram Krishan Rastogi
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
Swami Ganganiya
फक़त हर पल दूसरों को ही,
फक़त हर पल दूसरों को ही,
Mr.Aksharjeet
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
आज इस देश का मंजर बदल गया यारों ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ज़िंदगी
ज़िंदगी
नन्दलाल सुथार "राही"
सनम
सनम
Sanjay ' शून्य'
* जिन्दगी की राह *
* जिन्दगी की राह *
surenderpal vaidya
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
मोहब्बत
मोहब्बत
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
घर की रानी
घर की रानी
Kanchan Khanna
राहों में
राहों में
हिमांशु Kulshrestha
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
कुछ तो तुझ से मेरा राब्ता रहा होगा।
Ahtesham Ahmad
मेरे गीत जामाना गायेगा
मेरे गीत जामाना गायेगा
Satish Srijan
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
Anil chobisa
परछाइयों के शहर में
परछाइयों के शहर में
Surinder blackpen
तोड़ कर खुद को
तोड़ कर खुद को
Dr fauzia Naseem shad
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
2671.*पूर्णिका*
2671.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पूर्ण-अपूर्ण
पूर्ण-अपूर्ण
Srishty Bansal
*बालरूप श्रीराम (कुंडलिया)*
*बालरूप श्रीराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गुरु अंगद देव
गुरु अंगद देव
कवि रमेशराज
बिन तेरे ज़िंदगी अधूरी है
बिन तेरे ज़िंदगी अधूरी है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
संतोष
संतोष
Manju Singh
दुनिया की आख़िरी उम्मीद हैं बुद्ध
दुनिया की आख़िरी उम्मीद हैं बुद्ध
Shekhar Chandra Mitra
Love
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
"रेलगाड़ी सी ज़िन्दगी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-478💐
💐प्रेम कौतुक-478💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरे रहबर मेरे मालिक
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
उनके जख्म
उनके जख्म
'अशांत' शेखर
Loading...