Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2019 · 1 min read

भाई चारा अपना ले

भाई चारा अपना ले
****************
संत ज्ञानी कहते है,
भाई चारा अपना ले।
प्रेम की गंगा को,
जीवन में बसा ले।।
मत करो बैर भाव ,
सत्य असत्य को जानें।
भाई के इस रिश्ते को,
अटूट बंधन बना ले।।
मिलजुल कर रहना,
कठिन परिश्रम कर ले ।
आसमां तुम्हारे कदमों में रहे,
ऐसी मंजिल को पा ले।।
दंग हो जाये देखकर,
अब दुनिया वाले भाई।
ऐसा महान काम कर,
कि मिशाल बन जाए।।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई ,
हम सब भाई भाई।
बना ले ऐसी एकता,
विश्वबंधुत्व की भाव आ जाए।।
मंदिर में शंख फुक दे,
या अजान पढ़ दे।
नहीं कोई बैर अब,
ऐसा कोई जयघोष कर दे।।
भाई भाईजान ईद होली,
अब संग संग मनाए।
न हो कहीं अंधेरा अब,
जग सारा रोशन हो जाए।।
****************************
रचनाकार डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना ,बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. 8120587822

Language: Hindi
1 Like · 224 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शिव रात्रि
शिव रात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
रमेशराज की जनकछन्द में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
15, दुनिया
15, दुनिया
Dr Shweta sood
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
अदाकारियां
अदाकारियां
Surinder blackpen
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
और मौन कहीं खो जाता है
और मौन कहीं खो जाता है
Atul "Krishn"
भारत चाँद पर छाया हैं…
भारत चाँद पर छाया हैं…
शांतिलाल सोनी
राजस्थान में का बा
राजस्थान में का बा
gurudeenverma198
"सच कहूं _ मानोगे __ मुझे प्यार है उनसे,
Rajesh vyas
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
Vishal babu (vishu)
राम
राम
Suraj Mehra
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गुप्तरत्न
इतना आदर
इतना आदर
Basant Bhagawan Roy
2896.*पूर्णिका*
2896.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ सलामत रहिए
■ सलामत रहिए
*Author प्रणय प्रभात*
तुम मेरा साथ दो
तुम मेरा साथ दो
Surya Barman
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
कहानियां ख़त्म नहीं होंगी
कहानियां ख़त्म नहीं होंगी
Shekhar Chandra Mitra
*वह भी क्या दिन थे : बारात में नखरे करने के 【हास्य-व्यंग्य 】
*वह भी क्या दिन थे : बारात में नखरे करने के 【हास्य-व्यंग्य 】
Ravi Prakash
श्री राम
श्री राम
Kavita Chouhan
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
स्त्री
स्त्री
Ajay Mishra
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"खामोशी"
Dr. Kishan tandon kranti
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
Loading...