Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jun 2020 · 1 min read

” भटका ना होता “

वो अगर मिला ना होता ,
जिंदगी जीना सीखा ना होता ।
ये मन उस राह पर भटका ना होता ,
तो शायद सही मंजिल से मिला ना होता ।।

✍️ज्योति

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 6 Comments · 406 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3021.*पूर्णिका*
3021.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
Mr.Aksharjeet
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
*होय जो सबका मंगल*
*होय जो सबका मंगल*
Poonam Matia
భరత మాతకు వందనం
భరత మాతకు వందనం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अमर काव्य
अमर काव्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
एक अकेला रिश्ता
एक अकेला रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
विदाई गीत
विदाई गीत
Dr Archana Gupta
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*डायरी के कुछ प्रष्ठ (कहानी)*
*डायरी के कुछ प्रष्ठ (कहानी)*
Ravi Prakash
यह आत्मा ही है जो अस्तित्व और ज्ञान का अनुभव करती है ना कि श
यह आत्मा ही है जो अस्तित्व और ज्ञान का अनुभव करती है ना कि श
Ms.Ankit Halke jha
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
मनोज कर्ण
किसी को इतना मत करीब आने दो
किसी को इतना मत करीब आने दो
कवि दीपक बवेजा
उड़ान ~ एक सरप्राइज
उड़ान ~ एक सरप्राइज
Kanchan Khanna
अहोभाग्य
अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मन मंदिर के कोने से 💺🌸👪
मन मंदिर के कोने से 💺🌸👪
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरी मोहब्बत का चाँद
मेरी मोहब्बत का चाँद
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
😊कमाल है😊
😊कमाल है😊
*Author प्रणय प्रभात*
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
Chunnu Lal Gupta
ग़म-ए-दिल....
ग़म-ए-दिल....
Aditya Prakash
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
gurudeenverma198
***
*** " कभी-कभी...! " ***
VEDANTA PATEL
देख लेते
देख लेते
Dr fauzia Naseem shad
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
लोभी चाटे पापी के गाँ... कहावत / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
Loading...