देवी गीत :- माँ मुझे वरदान दे….
दोहा-आज माँ का जगराता, रखना मेरी लाज।
छुट्टन हरि गुणगान करें, कण्ठ विराजो आज।।
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माँ मुझे वरदान दे माँ, माँ मुझे वरदान दे माँ।
जय हो अम्बे दुर्गा काली, जय हो माता शक्तिशाली।
भर दे मैया झोली मेरी, दर से अब जाऊँ न खाली।।
मैं तेरा बेटा हूँ मैया, माँ मुझे कल्याण दे।
माँ मुझे वरदान दे माँ……….
तूँ है मैया जग खिवैया, मैं फसा मझधार में माँ।
कष्ट ने घेरा है मुझको, तूँ मुझे उपचार दे माँ।।
मर रही काया ऐ मेरी, माँ तूँ इसमें जान दे।
माँ मुझे वरदान दे माँ……..
नित यहां अब हो रहे हैं, घोर अत्याचार ऐ माँ।
बेटियों की लाज भी अब, लुट रही बाजार में माँ।।
हो रहे अन्याय जग में, पापियों की जान ले माँ।
माँ मुझे वरदान दे माँ……..
अरविंद राजपूत ‘कल्प’