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20 Jun 2018 · 1 min read

बड़ी मुश्किलों से बखत है गुजारा ◆◆◆◆◆

निगाहें तुम्हारी करे है इशारा
हमें लग रहा है मगर नागवारा

बड़े घाव हमनें भरे है अभी तक
नहीं चाहिये अब किसीका सहारा

भले लग रहा हो हसीं चाँद तुमको
मगर प्यार का वो नहीं है किनारा

करों तुम शिकायत खुदा से हमारी
मगर है बुरा हाल अब तक हमारा

न चाहूं मुहब्बत रहे जिंदगी में
बड़ी मुश्किलों से बखत है गुजारा

शशिकांत शांडिले, नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०

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