Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2020 · 1 min read

ब्याहता

एक आंसू गिरा
आंखों से झर कर
हृदय भीग गया था
पर डर था
आँचल का कोना भीग कर
सवाल न खड़ा कर दे
की स्त्री का मन भी
कोई टटोल सका है?
इसलिए छुपा लिया आंसू
पलकों की सरहद में ही
कि एक बूंद
जिसमे घुले थे
कितने, ताने, झिड़कियां, यातनाएं
बहुत कुछ कह जाते
पर ये कहना भी बस
माँ का हृदय ही दुखाता
क्योंकि ब्याहता का
घर ससुराल ही होता है
भले वो कारागार हो
या उससे कम

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 335 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
*कुंडलिया छंद*
*कुंडलिया छंद*
आर.एस. 'प्रीतम'
कोरोना का आतंक
कोरोना का आतंक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कह दें तारों से तू भी अपने दिल की बात,
कह दें तारों से तू भी अपने दिल की बात,
manjula chauhan
फितरत
फितरत
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-113💐
💐अज्ञात के प्रति-113💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोहा त्रयी. . . . शीत
दोहा त्रयी. . . . शीत
sushil sarna
आया बसन्त आनन्द भरा
आया बसन्त आनन्द भरा
Surya Barman
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
जिस बस्ती मेंआग लगी है
जिस बस्ती मेंआग लगी है
Mahendra Narayan
वर्दी
वर्दी
Satish Srijan
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
दोहावली
दोहावली
Prakash Chandra
दिल्ली चलें सब साथ
दिल्ली चलें सब साथ
नूरफातिमा खातून नूरी
एक सलाह, नेक सलाह
एक सलाह, नेक सलाह
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
आसाध्य वीना का सार
आसाध्य वीना का सार
Utkarsh Dubey “Kokil”
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
माईया गोहराऊँ
माईया गोहराऊँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
चेहरे पर अगर मुस्कुराहट हो
Paras Nath Jha
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*सत्य  विजय  का पर्व मनाया*
*सत्य विजय का पर्व मनाया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
Drjavedkhan
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
आज फिर उनकी याद आई है,
आज फिर उनकी याद आई है,
Yogini kajol Pathak
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
Loading...