Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2020 · 1 min read

बैबी डोल यहाँ-वहाँ मत डोल(कनिका कपूर)

बैबी डोल!यहाँ-वहाँ डोल,-
कर आई कितनों का डिब्बा गोल।
तू कपूर-कपूर-सी उड़ती,
नहीं समझती है जीवन का मोल।

दहशत में हैं अब वो सारे,
अरे!जो आए सम्पर्क तुम्हारे।
हम डूबे,तुम्हें लिए डूबे,
ये लक्षण हो गए नाज़ तुम्हारे।

तुमको अपना रोग पता था,
कोरोना ही देख तुझे लगा था।
संक्रमण रोग जान लिया था,
फिर भी छुपाया हृदय ना जगा था।

सुनो!देश से गद्दारी है,
ग़लती की तूने बड़ी भारी है।
परिवार तुम्हारा संकट में,
उसको भी हो सके बीमारी है।

16-19

–आर.एस.प्रीतम

Language: Hindi
1 Like · 167 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
साजिशन दुश्मन की हर बात मान लेता है
साजिशन दुश्मन की हर बात मान लेता है
Maroof aalam
अति आत्मविश्वास
अति आत्मविश्वास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शरद पूर्णिमा पर्व है,
शरद पूर्णिमा पर्व है,
Satish Srijan
"कुछ लोग हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं तो महज पहचान हूँ
मैं तो महज पहचान हूँ
VINOD CHAUHAN
मेरे पापा
मेरे पापा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शून्य
शून्य
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जहाँ से आये हो
जहाँ से आये हो
Dr fauzia Naseem shad
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
... सच्चे मीत
... सच्चे मीत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुस्कान
मुस्कान
Surya Barman
*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*
*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-211💐
💐प्रेम कौतुक-211💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2752. *पूर्णिका*
2752. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"आया मित्र करौंदा.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
“ अपने जन्म दिनों पर मौन प्रतिक्रिया ?..फिर अरण्यरोदन क्यों ?”
“ अपने जन्म दिनों पर मौन प्रतिक्रिया ?..फिर अरण्यरोदन क्यों ?”
DrLakshman Jha Parimal
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
Srishty Bansal
किसका चौकीदार?
किसका चौकीदार?
Shekhar Chandra Mitra
दोस्ती
दोस्ती
लक्ष्मी सिंह
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए ।
स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए ।
Arvind trivedi
#परिहास-
#परिहास-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...