Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2017 · 1 min read

बेनाम आसना

बेनाम आसना

दर्द और चोट से दवा ना हुआ
मैं अच्छा ना सही बुरा ना हुआ
मुझको तुमसे तो बस हमदर्दी थी
मेरा तेरा कोई आसना ना हुआ

मैं तो बस तेरी गली में जाता था
तेरा मेरा कभी सामना ना हुआ
तू भी अपने बाम पे लहराती थी
नज़रें ग़ुस्ताख़ थी थामना ना हुआ

मुझसे पूछा था हर मुसाफ़िर ने
आते जाते हुए हर काफ़िर ने
शफ़ा मिल जाएगी क्या तुझको ?
मरीज़े-ख़्वाब ही रहा दवा ना हुआ

मैं इन निसाबो में रोज़ जीता था
मुंजमिद था जहाँ से गुज़री थी
तेरे फिर से आने की रहगुज़ारी में
उम्र और साँस का पता ना हुआ

शफ़ा=रोग से छुटकारा
निसाबो=मृगमरीचिका
मरीज़े-ख़्वाब=ख़्वाब देखने का रोगी

यतीश १३/१०/२०१७

781 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुवह है राधे शाम है राधे   मध्यम  भी राधे-राधे है
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
Anand.sharma
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
कवि रमेशराज
क्यों नारी लूट रही है
क्यों नारी लूट रही है
gurudeenverma198
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
Surya Barman
ठोकर भी बहुत जरूरी है
ठोकर भी बहुत जरूरी है
Anil Mishra Prahari
उपेक्षित फूल
उपेक्षित फूल
SATPAL CHAUHAN
"व्‍यालं बालमृणालतन्‍तुभिरसौ रोद्धुं समज्‍जृम्‍भते ।
Mukul Koushik
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
जब तक जरूरत अधूरी रहती है....,
कवि दीपक बवेजा
सच तो ये भी है
सच तो ये भी है
शेखर सिंह
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-533💐
💐प्रेम कौतुक-533💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल का रोग
दिल का रोग
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
7) पूछ रहा है दिल
7) पूछ रहा है दिल
पूनम झा 'प्रथमा'
फिर दिल मेरा बेचैन न हो,
फिर दिल मेरा बेचैन न हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कितनी यादों को
कितनी यादों को
Dr fauzia Naseem shad
पिता बनाम बाप
पिता बनाम बाप
Sandeep Pande
14, मायका
14, मायका
Dr Shweta sood
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
कभी यदि मिलना हुआ फिर से
Dr Manju Saini
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
Neelam Sharma
वो बदल रहे हैं।
वो बदल रहे हैं।
Taj Mohammad
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
3067.*पूर्णिका*
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"BETTER COMPANY"
DrLakshman Jha Parimal
😢स्मृति शेष / संस्मरण
😢स्मृति शेष / संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
वंदनीय हैं मात-पिता, बतलाते श्री गणेश जी (भक्ति गीतिका)
Ravi Prakash
दोहे तरुण के।
दोहे तरुण के।
Pankaj sharma Tarun
सावन और साजन
सावन और साजन
Ram Krishan Rastogi
Loading...