Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2017 · 1 min read

बेटी

बेटी है आधार जगत का
बेटी से है सार जगत का
बेटी देवी,बेटी सीता
बेटी बाइबल,कुरान और गीता।

बेटी में संसार छिपा है
जग का सारा सार छिपा है
बेटी के छुन-छुन पाँवों में
जीवन का सब अनुराग छिपा है।

बेटी सूरज बेटी चंदा
बिन बेटी जीवन है अंधा
बेटी प्रेम का दरिया छल-छल
मन उसका है प्रतिपल निर्मल।

देश है बेटी,राष्ट्र है बेटी
जन,गण,मन का मान है बेटी
संविधान भारत की बेटी
नवयुग का निर्माण है बेटी।
~~~अनिल कुमार मिश्र
‘आञ्जनेय’
गाँधी नगर पूरब
हज़ारीबाग़,झारखण्ड

1 Like · 1 Comment · 578 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
आर.एस. 'प्रीतम'
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
जग में उदाहरण
जग में उदाहरण
Dr fauzia Naseem shad
नयन
नयन
डॉक्टर रागिनी
नींद में गहरी सोए हैं
नींद में गहरी सोए हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"खामोशी की गहराईयों में"
Pushpraj Anant
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
Neeraj Agarwal
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
Ravi Prakash
आकर फंस गया शहर-ए-मोहब्बत में
आकर फंस गया शहर-ए-मोहब्बत में
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
बात ! कुछ ऐसी हुई
बात ! कुछ ऐसी हुई
अशोक शर्मा 'कटेठिया'
ओ! मेरी प्रेयसी
ओ! मेरी प्रेयसी
SATPAL CHAUHAN
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/78.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🙅समझ जाइए🙅
🙅समझ जाइए🙅
*Author प्रणय प्रभात*
गुरु आसाराम बापू
गुरु आसाराम बापू
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
काले दिन ( समीक्षा)
काले दिन ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
Taj Mohammad
"यह कैसा दौर?"
Dr. Kishan tandon kranti
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इन्द्रधनुष
इन्द्रधनुष
Dheerja Sharma
"रात का मिलन"
Ekta chitrangini
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
लोग बस दिखाते है यदि वो बस करते तो एक दिन वो खुद अपने मंज़िल
Rj Anand Prajapati
दो पल देख लूं जी भर
दो पल देख लूं जी भर
आर एस आघात
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
Phool gufran
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
कवि रमेशराज
*मै भारत देश आजाद हां*
*मै भारत देश आजाद हां*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...