Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jan 2017 · 1 min read

बेटी का अरमान

बेटी को कब किसने पहचाना है,
ईश्वर का वरदान कहां माना है,
जन्म लेकर जिसने माता पिता का सर झुकाया है,
कल उसी ने नेक कामों से उस झुकते सर को उठाया है।

नमी न रहने देती वह कभी किसी की आंखों में,
हंस कर सह लेती है जो कहता यह संसार है,
बेटे की चाहत में क्यों बचपन बेटी का खो जाए,
दुनिया के अपमानों से उसका मन मुरझा जाए।

हंसकर पूछ रही ईश्वर से क्या मैं ही तेरा वरदान रे,
दे ईश्वर इतनी शक्ति मुझे रह पाऊंगी संसार में,
जो ना चाहे बेटी उनको भी सह पाऊ,
अपने होने का मूल्य सभी को मैं समझा पाऊं।

2 Likes · 1 Comment · 851 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सपनों को अपनी सांसों में रखो
सपनों को अपनी सांसों में रखो
Ms.Ankit Halke jha
इंसान जीवन क़ो अच्छी तरह जीने के लिए पूरी उम्र मेहनत में गुजा
इंसान जीवन क़ो अच्छी तरह जीने के लिए पूरी उम्र मेहनत में गुजा
अभिनव अदम्य
बेवफाई मुझसे करके तुम
बेवफाई मुझसे करके तुम
gurudeenverma198
ओ मां के जाये वीर मेरे...
ओ मां के जाये वीर मेरे...
Sunil Suman
2714.*पूर्णिका*
2714.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
ruby kumari
💐प्रेम कौतुक-376💐
💐प्रेम कौतुक-376💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"वो यादगारनामे"
Rajul Kushwaha
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल की गुज़ारिश
दिल की गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
याद आयेगा हमें .....ग़ज़ल
sushil sarna
आग़ाज़
आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
*बीमारी सबसे बुरी, तन को करे कबाड़* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
मत छोड़ो गॉंव
मत छोड़ो गॉंव
Dr. Kishan tandon kranti
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
शेखर सिंह
भाई दोज
भाई दोज
Ram Krishan Rastogi
मेरे आदर्श मेरे पिता
मेरे आदर्श मेरे पिता
Dr. Man Mohan Krishna
बरबादी   का  जश्न  मनाऊं
बरबादी का जश्न मनाऊं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रवासी चाँद
प्रवासी चाँद
Ramswaroop Dinkar
People will chase you in 3 conditions
People will chase you in 3 conditions
पूर्वार्थ
तू भी धक्के खा, हे मुसाफिर ! ,
तू भी धक्के खा, हे मुसाफिर ! ,
Buddha Prakash
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
shabina. Naaz
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
#सच्ची_घटना-
#सच्ची_घटना-
*Author प्रणय प्रभात*
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
किसी भी काम में आपको मुश्किल तब लगती है जब आप किसी समस्या का
Rj Anand Prajapati
6) “जय श्री राम”
6) “जय श्री राम”
Sapna Arora
मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
Charu Mitra
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
Radhakishan R. Mundhra
*दो स्थितियां*
*दो स्थितियां*
Suryakant Dwivedi
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
विमला महरिया मौज
Loading...