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23 Jan 2017 · 1 min read

बेटियाँ खुश रहे ये दुआ दीजिये

सर सभी का यहाँ अब झुका दीजिये
नातुआ हम नहीं ये दिखा दीजिए

प्यार सब के दिलो में बढ़ा दीजिये
नफरतें आज सारी घटा दीजिये
?
बेटियाँ खुश रहे ये दुआ है मे’री
गम दिलों के सभी के भुला दीजिये
?
क्या से क्या बन गया है खुदा आदमी
दर्द दिल का बढ़ा है दवा दीजिये
?
हर तरफ भेड़िये अब खड़े है यहाँ
बेटियाँ खुश रहे ये दुआ दीजिये
?
बेवज़ह तुम को कोई सताये यहाँ
गोलियों से उन्हें फिर उड़ा दीजिये
?
देश का मान सम्मान है बेटियाँ
बात सब को यही अब बता दीजिए
?
हम किसी से नही कम बता देंगे हम
सब के दिल में जगह बस दिला दीजिये
?
जिंदगानी फ़कत चार दिन की नितिन
अब जरा सा यहाँ मुस्कुरा दीजिये

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