Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2016 · 1 min read

बुझती मशाल -जलतीं मशालें

परतंत्र-काल में जली
देश-भक्ति की मशाल
काजल की कोठरी में
पारने काजल लगी|

तयशुदा था कम जिसका
उजाले को बाँटना
स्नेह उसका सोख कर की
कर्णधारों ने ठगी|

नीव में जिसके शहीदी
भाव का गारा भरा
रक्त से सिंचित धरा की
हो रही है दिल्लगी|

तूं-तूं और जंग मैं मैं
राजनैतिक रंग ने
देश तोड़ा, जुडी केवल
व्यवस्था मुती-हंगी|

अब मशालें जल रहीं हैं
देशद्रोह आतंक की
राष्ट्र की रोकें प्रगति
यही दो बहनें सगीं|

Language: Hindi
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Laxmi Narayan Gupta
View all
You may also like:
!.........!
!.........!
शेखर सिंह
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
इश्क़ का असर
इश्क़ का असर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
BLACK DAY (PULWAMA ATTACK)
BLACK DAY (PULWAMA ATTACK)
Jyoti Khari
मेरी-तेरी पाती
मेरी-तेरी पाती
Ravi Ghayal
* अवधपुरी की ओर *
* अवधपुरी की ओर *
surenderpal vaidya
2563.पूर्णिका
2563.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
कवि दीपक बवेजा
*फाइल सबको भरना है (गीतिका)*
*फाइल सबको भरना है (गीतिका)*
Ravi Prakash
माना के वो वहम था,
माना के वो वहम था,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
देखें हम भी उस सूरत को
देखें हम भी उस सूरत को
gurudeenverma198
रमेशराज की कहमुकरियां
रमेशराज की कहमुकरियां
कवि रमेशराज
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
■ eye opener...
■ eye opener...
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जिन्दगी
जिन्दगी
Ashwini sharma
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
In lamho ko kaid karlu apni chhoti mutthi me,
In lamho ko kaid karlu apni chhoti mutthi me,
Sakshi Tripathi
जिंदगी
जिंदगी
Madhavi Srivastava
सुबह आंख लग गई
सुबह आंख लग गई
Ashwani Kumar Jaiswal
★संघर्ष जीवन का★
★संघर्ष जीवन का★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
दान
दान
Neeraj Agarwal
"प्रेम : दोधारी तलवार"
Dr. Kishan tandon kranti
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
प्यार ना सही पर कुछ तो था तेरे मेरे दरमियान,
Vishal babu (vishu)
*
*"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"*
Radhakishan R. Mundhra
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
मंतर मैं पढ़ूॅंगा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
"You are still here, despite it all. You are still fighting
पूर्वार्थ
Loading...