Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2020 · 1 min read

बिटिया करे सवाल (खोरठा कविता)

बेटा होले कुल के दीपक ।
हम होलिये ज्योति गे माय।
बेटा तो बदमाशों हो झे
बेटी तो होवे झे एक गाय।

दुनिया के ई केसन रीति रिवाज
केसन झे इ समाज गे माय।
बेटा सबके छुट्टल आजादी
बेटी के गोड़ में इ बंधन काहे गे माय।

बचपन से ही हमारा टोका टोकी
रखले घर में हमरा रोकी रोकी।
भैया के देलही ढ़ेर लाड़ दुलार।
हम बेटियां के देली दुत्कार गे माय।

कहिया मिलते समानता के अधिकार
कहिया करबे भइया जैसन प्यार गे माय
कहिया बदलते बेटा बेटी के फर्क।
कहिया खत्म होते कोख में मारे के व्यापार।

दुनिया केतना आगू हो गोले गे माय
तहियो बेटी के भाग्य काहे होले पिछु गे माय।
एक बुतरू से चौका चुल्हा करलिये।
तो जै कहिले वहीं करिलये

हमर प्यार में की कमी रहले कि।
जै भेजी देलही दोसर द्वार गे माय।
कब तक दुनिया बेटी के बोझ समझते
छै कोयो जै हमरा दिये ई बताये गे माय।
◆◆◆
©®रवि शंकर साह
बलसारा रिखिया रोड़, बैद्यनाथ धाम, देवघर
झारखंड 814112 मोबाइल नंबर -7488742564

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सुप्रसिद्ध हिंदी कवि  डॉक्टर उर्मिलेश ः कुछ यादें*
*सुप्रसिद्ध हिंदी कवि डॉक्टर उर्मिलेश ः कुछ यादें*
Ravi Prakash
मउगी चला देले कुछउ उठा के
मउगी चला देले कुछउ उठा के
आकाश महेशपुरी
अधूरा घर
अधूरा घर
Kanchan Khanna
कितना भी  कर लो जतन
कितना भी कर लो जतन
Paras Nath Jha
मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना *श
मुश्किलों से हरगिज़ ना घबराना *श
Neeraj Agarwal
हिंदी गजल
हिंदी गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
खुशियों की सौगात
खुशियों की सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#जी_का_जंजाल
#जी_का_जंजाल
*Author प्रणय प्रभात*
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
हमसे वफ़ा तुम भी तो हो
हमसे वफ़ा तुम भी तो हो
gurudeenverma198
2349.पूर्णिका
2349.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शायरी
शायरी
goutam shaw
श्रेष्ठ बंधन
श्रेष्ठ बंधन
Dr. Mulla Adam Ali
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
इस मुद्दे पर ना खुलवाओ मुंह मेरा
इस मुद्दे पर ना खुलवाओ मुंह मेरा
कवि दीपक बवेजा
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
जीवन के सुख दुख के इस चक्र में
जीवन के सुख दुख के इस चक्र में
ruby kumari
अफसोस
अफसोस
Dr. Kishan tandon kranti
सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश
सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश
'अशांत' शेखर
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उपेक्षित फूल
उपेक्षित फूल
SATPAL CHAUHAN
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
किभी भी, किसी भी रूप में, किसी भी वजह से,
शोभा कुमारी
💐प्रेम कौतुक-480💐
💐प्रेम कौतुक-480💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
Keshav kishor Kumar
शिव विनाशक,
शिव विनाशक,
shambhavi Mishra
Loading...