Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2020 · 1 min read

*बापू जी *

बापू जी
आंखों में गोल चश्मा लगाए,
हाथ मे लाठी ले कमर में घड़ी बांधे सरपट तेज रफ्तार से चल सबके मन लुभाया।
गुलामी के बंधन से भारत देश वासियों को स्वतंत्र कराया।
सत्य अहिंसा परमो धर्म का पथपर्दशक बन पाठ पढ़ाया।
जनमानस को जागरूक कर ,आत्म निर्भर आत्मसात कराया।
दांडी यात्रा नमक सत्याग्रह बन तेज रफ्तार चल नई दिशा नये एहसास कराया।
देशवासियों के प्रति जागरूक अभियान चलाया।
स्वस्थ भारत का नारा देकर भारतीयों को जागरूक बनाया।
स्वतंत्र भारत आजाद हिंद फौज लड़ते हुए आजादी का झंडा फहराया।
सत्य राह पर चल अहिंसा परमो धर्म महान कार्य कर जनमानस को जाग्रति दिलाया।
भारत माँ के लाडले सच्चे सपूत बन,देश का मान सम्मान बढाया।
संस्कृति सँस्कार सभ्यताओं का परिचायक बन नैतिकता का पाठ पढ़ाया।
दुश्मनों से लोहा मनवाने सजक प्रहरी देश को आजाद कराया।
अहिंसा के पथ प्रदर्शक बन देश भक्त नोजवानों का उत्साह बढ़ाया।
देश को विकसित करने युवा पीढ़ी को आगे लाकर विकास की ओर अग्रसर कराया।
जय हिंद वन्देमातरम ?
शशिकला व्यास

Language: Hindi
4 Likes · 274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
VINOD CHAUHAN
हम तो यही बात कहेंगे
हम तो यही बात कहेंगे
gurudeenverma198
"जस्टिस"
Dr. Kishan tandon kranti
12- अब घर आ जा लल्ला
12- अब घर आ जा लल्ला
Ajay Kumar Vimal
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
देश हमारा
देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
■ अलग नज़रिया...।
■ अलग नज़रिया...।
*Author प्रणय प्रभात*
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
चिरकाल तक लहराता अपना तिरंगा रहे
चिरकाल तक लहराता अपना तिरंगा रहे
Suryakant Angara Kavi official
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
Nasib Sabharwal
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
rajeev ranjan
एक शेर
एक शेर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
2785. *पूर्णिका*
2785. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम का राज्याभिषेक
राम का राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जग जननी है जीवनदायनी
जग जननी है जीवनदायनी
Buddha Prakash
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
उजियार
उजियार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
!! निरीह !!
!! निरीह !!
Chunnu Lal Gupta
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
ruby kumari
बकरी
बकरी
ganjal juganoo
बीते लम़्हे
बीते लम़्हे
Shyam Sundar Subramanian
कल्पनाओं की कलम उठे तो, कहानियां स्वयं को रचवातीं हैं।
कल्पनाओं की कलम उठे तो, कहानियां स्वयं को रचवातीं हैं।
Manisha Manjari
Loading...