Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2017 · 1 min read

बहुत उदास है दिल

बहुत उदास है दिल, आप जाने सुकून बन जाओ। सफ़र कटेगा मजे से, गर आप हमसफ़र बन जाओ ।।
मेरी फक़त बिसात क्या, कि तुझे अपना बना लूँ ।
फकत ये आरज़ू है, कि तुम मेरी जान बन जाओ ।। हमनफस नहीं है मेरा, राहे सफ़र के लिए कोई ।
गुलों से राह सजा दू, गर आप साथ आ जाओ ।।
गुलों के रंग भी बे-नूर , से लगे हमको ।
कुछ तो करम हो तेरा, कि नूर ए रंग भर जाओ ।।
सजा जो भी मुकर्रर हो, जिंदगी पेश है सनम।
मेरी तो आरज़ू है कि, दिल को चाक कर जाओ ।।
सजेगी महफिले रोज ही, मगर हम नहीं होंगे ।
अब तो राहे उल्फत मैं, कत्ल ही कर जाओ ।।
बहुत उदास है दिल, आप जाने सुकून बन जाओ ।
उमेश मेहरा
गाडरवारा (मध्य प्रदेश )
9479611152

550 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
इंसान अच्छा है या बुरा यह समाज के चार लोग नहीं बल्कि उसका सम
Gouri tiwari
प्रिय विरह - २
प्रिय विरह - २
लक्ष्मी सिंह
सुनो स्त्री,
सुनो स्त्री,
Dheerja Sharma
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
आमदनी ₹27 और खर्चा ₹ 29
कार्तिक नितिन शर्मा
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
संजीव शुक्ल 'सचिन'
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Sanjay ' शून्य'
हे महादेव
हे महादेव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एक हैसियत
एक हैसियत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तेरी तसवीर को आज शाम,
तेरी तसवीर को आज शाम,
Nitin
बेशर्मी से ... (क्षणिका )
बेशर्मी से ... (क्षणिका )
sushil sarna
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस।
चातक तो कहता रहा, बस अम्बर से आस।
Suryakant Dwivedi
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
-- मंदिर में ड्रेस कोड़ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
23/216. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/216. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक नायक भक्त महान 🌿🌿
एक नायक भक्त महान 🌿🌿
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#समय_की_मांग
#समय_की_मांग
*Author प्रणय प्रभात*
योग
योग
जगदीश शर्मा सहज
प्रेम एक निर्मल,
प्रेम एक निर्मल,
हिमांशु Kulshrestha
*हुआ गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का श्री गणेश (गीत)*
*हुआ गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का श्री गणेश (गीत)*
Ravi Prakash
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
जग में उदाहरण
जग में उदाहरण
Dr fauzia Naseem shad
श्रीराम
श्रीराम
सुरेखा कादियान 'सृजना'
💐अज्ञात के प्रति-135💐
💐अज्ञात के प्रति-135💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*📌 पिन सारे कागज़ को*
*📌 पिन सारे कागज़ को*
Santosh Shrivastava
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
जितना तुझे लिखा गया , पढ़ा गया
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
खूबसूरत, वो अहसास है,
खूबसूरत, वो अहसास है,
Dhriti Mishra
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
Loading...