Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2017 · 1 min read

बहिन जी

प्रगति पथ पर बढ़ो बहिन जी।
शिखर सब ऊँचे चढ़ो बहिन जी।।

बैठे-बैठे कब क्या होगा।
पड़े-पड़े मत सड़ो बहिन जी

भाई का भी नाम न डूबे।
चौके-छक्के जड़ो बहिन जी।।

कामना से भी मन विशुद्ध हो।
अंतर्मन से लड़ो बहिन जी।।

‘विजय’ तुम्हे कब तक टोकेगा।
मन से भी कुछ पढ़ो बहिन जी।।

विजय बेशर्म 9424750038

706 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
::बेवफा::
::बेवफा::
MSW Sunil SainiCENA
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
बापू के संजय
बापू के संजय
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक प्रभावी वक्ता को
एक प्रभावी वक्ता को
*Author प्रणय प्रभात*
अतिथि देवोभवः
अतिथि देवोभवः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सेल्फी जेनेरेशन
सेल्फी जेनेरेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आंखें
आंखें
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गरीबी में सौन्दर्य है।
गरीबी में सौन्दर्य है।
Acharya Rama Nand Mandal
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल
रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल
प्रेमदास वसु सुरेखा
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जिंदगी का सवेरा
जिंदगी का सवेरा
Dr. Man Mohan Krishna
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,
डिग्रियों का कभी अभिमान मत करना,
Ritu Verma
अतीत
अतीत
Shyam Sundar Subramanian
प्रस्फुटन
प्रस्फुटन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Sukoon
18)”योद्धा”
18)”योद्धा”
Sapna Arora
दुख के दो अर्थ हो सकते हैं
दुख के दो अर्थ हो सकते हैं
Harminder Kaur
" ज़ख़्मीं पंख‌ "
Chunnu Lal Gupta
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...