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23 Apr 2018 · 1 min read

बस इतना बताओ क्या कर जाये जिए या खुद ही मार जाये…

बस इतना बताओ क्या कर जाये
जिए या खुद ही मार जाये
______
ऐसी बेबसी कभी देखी न जाये
लफ्ज होठ पर रहे और बोले न जाये
______
हर लड़की में देखी है सुरत उसकी
मुड़ कर देखा तो लगी नहीं मुरत उसकी
______
कभी गुजर भी जाओ उस चवराहे से
जहा से होती सुबह और शाम मेरी है।
______
बहुत टुटा, बहुत बिखरा लेकिन कोई हाथ ना थाम मेरा
हाल सब ने पूछा किसी ने साथ न थामा मेरा।
______
ऐसे हाल से गुजारा है वक्त ने मुझको
बता देता हूं मोहब्ब्त ने कही का ना छोड़ा मुझको
______
अब अपने हाथों से नसीब लिख रहा हु
जैसे खुद ही हाथों की लकीर लिख रह हु।

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