Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2017 · 2 min read

बराबरी

बराबरी

“ये कंडक्टर की सीट है बहन जी,यहाँ मत बैठिए।”
“अरे भाई जरा तुम खड़े हो जाओ और बहन जी को बैठने दो।”
ड्राइवर ने सामने सीट पर बैठे अखबार पढ़ रहे युवक से कहा।
पहले तो उसने अनसुना किया पर ड्राइवर के दोबारा कहने पर वह जैसे झल्ला गया।
“वाह भई वाह।वैसे तो लड़कियाँ लड़कों से कम नहीं,लड़कियों को लड़कों के बराबर समझो,लैंगिक समानता,अलाना फलाना और बसों में महिला आरक्षित सीट भरने के बाद अनारक्षित सीट पर बैठे आदमी को भी महिला के लिए उसकी सीट से उठा रहे हो।क्या कहने इस इंसाफ के?धन्य हो नारीवाद!”कहकर भुनभुनाता हुआ वह फिर अखबार देखने लगा।ड्राइवर चुप हो गया।
पूरी बस खचाखच भरी थी।पीछे बैठे एक बुजुर्ग से रहा नहीं गया जोर से बोले,”बेटा अगर किसी तरह पीछे आ सको तो मैं अपनी सीट तुम्हें देता हूँ।” रमोला ने कृतज्ञता भरी मुस्कान भेंट की और भीड़ की ओर देखा।
तभी एक दूसरा युवक जो कि बस में ही खड़ा था,उस युवक से बोला,”भाई अपनी क्रांतिकारी बातें फिर कभी कर लेना,पेपर छोड़ कर जरा मैडम की हालत तो देखो।शर्म आनी चाहिए तुम्हें।”
अब उस युवक ने रमोला को ध्यान से देखा तो हिचकिचा गया।गलती सुधार करते हुए उसने अपनी सीट से उठते हुए कहा,”माफ कीजिए मैंने पहले ध्यान नहीं दिया आप बैठ जाइये।”
रमोला ने अब तक रॉड के सहारे अपने को मजबूती से टिका लिया था और सीटों के बीच के स्थान पर वह सावधानीपूर्वक खड़ी हो गयी थी।दृढ़ स्वर में उसने कहा,”कोई बात नहीं आप बैठे रहिये।मुझे तो रोज ही सफर’ करना है।……”
“वैसे आप सही कह रहे थे बराबरी का मतलब हर बात में बराबरी होना चाहिए।……”
“आपका धन्यवाद कि आपने मुझे सीट ऑफर की।मैं ईश्वर से प्रार्थना करूँगी कि कभी कोई गर्भवान पुरूष इस तरह खचाखच भरी बस में असहज हो रहा हो तो आप की तरह मुझे भी उसकी सहायता करने का समान अवसर मिले।”
✍हेमा तिवारी भट्ट✍

Language: Hindi
1 Like · 1011 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कहानी
कहानी
कवि रमेशराज
दीवाली की रात आयी
दीवाली की रात आयी
Sarfaraz Ahmed Aasee
बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चलो
बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी दूर साथ चलो
Vishal babu (vishu)
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
झूठ बोलते हैं वो,जो कहते हैं,
झूठ बोलते हैं वो,जो कहते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
हावी दिलो-दिमाग़ पर, आज अनेकों रोग
हावी दिलो-दिमाग़ पर, आज अनेकों रोग
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शनि देव
शनि देव
Sidhartha Mishra
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
बढ़े चलो तुम हिम्मत करके, मत देना तुम पथ को छोड़ l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
एक जिद मन में पाल रखी है,कि अपना नाम बनाना है
एक जिद मन में पाल रखी है,कि अपना नाम बनाना है
पूर्वार्थ
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
आईने में देखकर खुद पर इतराते हैं लोग...
आईने में देखकर खुद पर इतराते हैं लोग...
Nitesh Kumar Srivastava
एक बेटी हूं मैं
एक बेटी हूं मैं
Anil "Aadarsh"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
"गीत"
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
Ram Krishan Rastogi
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
We can not judge in our life ,
We can not judge in our life ,
Sakshi Tripathi
शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA
शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
मौन अधर होंगे
मौन अधर होंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
इंद्रधनुष
इंद्रधनुष
Harish Chandra Pande
" खामोश आंसू "
Aarti sirsat
दिखाना ज़रूरी नहीं
दिखाना ज़रूरी नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
2926.*पूर्णिका*
2926.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभ मंगलकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
जब एक ज़िंदगी
जब एक ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
राष्ट्रीय किसान दिवस
राष्ट्रीय किसान दिवस
Akash Yadav
Loading...