Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2021 · 1 min read

बरसात कभी ख़ुशी कभी गम

ये बरसात भी अजीब है
कभी बूंदा बांदी ,कभी छींटें ,कभी मूसलाधार
ईश्वर तनिक परेशां -तो छलकते हैं आंसू बूंदाबांदी रूप में
ईश्वर कुछ ज्यादा परेशां- तो छलकते हैं आंसू छींटों के रूप में
ईश्वर का ह्रदय द्रवित -तो वेग से बहते हैं आंसू बरसात के रूप में

बरसात ख़ुशी भी है और गम भी
बरसात सुख भी है और दुःख भी
बरसात जायज भी है और नाजायज भी
बरसात आलिंगन भी है और बिछोह भी
बरसात राहत भी है और त्रासदी भी

फुटपाथ पर रहने वाले के लिए बरसात त्रासदी
सड़क वाले व्यापारी के लिए बरसात गम
पक्के मकान वालों के लिए बरसात सावन
पैसे वालों के लिए बरसात जाम का बहाना
प्रशासन के लिए बरसात पोल खुलने की वजह

कभी किसान की अरदास की अल्लाह मेघ दे -पानी दे ..
कभी उसी किसान की शिकायत क्यों ,इस समय क्यों बरसात
कभी मानव की पुकार बारिश हो -बारिश हो
कभी चहुँ ओर चीत्कार त्राहि माम -त्राहि माम
बरसात भी आखिर क्या करे

बरसात बाहर ही नहीं अंदर भी होती है
अंदर की बरसात बाहर की बरसात से दर्दनाक होती है
बाहर की बरसात तो थम जाती है
पर अंदरूनी बरसात अंदर ही अंदर तोड़ देती है
पर अंदर और बाहर की सफाई के लिए बरसात भी जरुरी है

(स्वरचित एवं मौलिक)
? विकास शर्मा “शिवाया”?
जयपुर-राजस्थान

3 Likes · 2 Comments · 240 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
मुझसे  नज़रें  मिलाओगे  क्या ।
मुझसे नज़रें मिलाओगे क्या ।
Shah Alam Hindustani
बहू और बेटी
बहू और बेटी
Mukesh Kumar Sonkar
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
आप इसे पढ़ें या न पढ़ें हम तो बस लिखते रहेंगे ! आप सुने ना सुन
DrLakshman Jha Parimal
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
** जिंदगी  मे नहीं शिकायत है **
** जिंदगी मे नहीं शिकायत है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरा देश महान
मेरा देश महान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
Arvind trivedi
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
Vandna Thakur
Be happy with the little that you have, there are people wit
Be happy with the little that you have, there are people wit
पूर्वार्थ
3091.*पूर्णिका*
3091.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
यादों के झरोखों से...
यादों के झरोखों से...
मनोज कर्ण
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
Rajesh vyas
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
*Author प्रणय प्रभात*
गायब हुआ तिरंगा
गायब हुआ तिरंगा
आर एस आघात
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
पापा की बिटिया
पापा की बिटिया
Arti Bhadauria
आग लगाना सीखिए ,
आग लगाना सीखिए ,
manisha
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
Kshma Urmila
💐प्रेम कौतुक-334💐
💐प्रेम कौतुक-334💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...