Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2021 · 1 min read

बरसातें

बचपन की वो बरसातें,भूले नहीं हैं हम।
कागज़ की छोटी कश्ती , दिन भर चलाते हम।
न छाता चहिए था, न रेन कोट कोई।
छम – छम बरसता पानी,कॉपी पुरानी कोई।
स्कर्ट टॉप बदली फिर से फ्रॉक भिगोई।
डांटा तनिक भी मां ने ,तो जार जार रोई।
मां की सभी शिकायत पापा से करते थे हम।
कागज़ की छोटी कश्ती, दिन भर चलाते थे हम।
छोटा सा प्यारा छाता पापा ने था दिलाया।
घनघोर बारिशों में छाता बहुत घुमाया।
तन मन सारा आतप बरसात में मिटाया।
जामुन वो काली काली शहतूतों ने लुभाया।
मल्हार गाकर झूलना, भूले नहीं हैं हम।l
कागज़ की छोटी कश्ती, दिन भर चलाते हम।
बरसातों से हिल मिल कर ,फिर मैं हुई जवां।
रिमझिम फुहारों में थी , प्रीत पी की भी जवां।
नन्हे से ख्वाब भी मेरे ,उड़ते थे पंख लगा।
बारिश की वो रिमझिम पी के घर की हवा।
वो मां की गुंजिया , सिंदारा भूले नहीं हैं हम।
कागज़ की छोटी कश्ती दिन भर चलाते हम।
बचपन की वो बरसातें, भूले नहीं हैं हम।

3 Likes · 3 Comments · 449 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
सत्य कुमार प्रेमी
हम रंगों से सजे है
हम रंगों से सजे है
'अशांत' शेखर
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही ।
Arvind trivedi
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
बोला लड्डू मैं बड़ा, रसगुल्ला बेकार ( हास्य कुंडलिया )
बोला लड्डू मैं बड़ा, रसगुल्ला बेकार ( हास्य कुंडलिया )
Ravi Prakash
दूर मजदूर
दूर मजदूर
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Siksha ke vikas ke satat prayash me khud ka yogdan de ,
Siksha ke vikas ke satat prayash me khud ka yogdan de ,
Sakshi Tripathi
बरस  पाँच  सौ  तक रखी,
बरस पाँच सौ तक रखी,
Neelam Sharma
आज की बेटियां
आज की बेटियां
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वो कड़वी हक़ीक़त
वो कड़वी हक़ीक़त
पूर्वार्थ
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शब्दों से बनती है शायरी
शब्दों से बनती है शायरी
Pankaj Sen
"रहस्यमयी"
Dr. Kishan tandon kranti
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
2599.पूर्णिका
2599.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पिता संघर्ष की मूरत
पिता संघर्ष की मूरत
Rajni kapoor
💐अज्ञात के प्रति-11💐
💐अज्ञात के प्रति-11💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
यथार्थवादी कविता के रस-तत्त्व +रमेशराज
यथार्थवादी कविता के रस-तत्त्व +रमेशराज
कवि रमेशराज
ज़िंदगी तेरे सवालों के
ज़िंदगी तेरे सवालों के
Dr fauzia Naseem shad
विडम्बना और समझना
विडम्बना और समझना
Seema gupta,Alwar
मेरे दिल ने देखो ये क्या कमाल कर दिया
मेरे दिल ने देखो ये क्या कमाल कर दिया
shabina. Naaz
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भारत का संविधान
भारत का संविधान
Shekhar Chandra Mitra
दर्द का दरिया
दर्द का दरिया
Bodhisatva kastooriya
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
Dr. Man Mohan Krishna
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
■ नई महाभारत..
■ नई महाभारत..
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...