बन सके जो मेरा आसरा कौन है
बन सके जो मेरा आसरा कौन है
वक़्ते-मुश्किल में मेरा सगा कौन है
जब मुहब्बत हुई सोचता कौन है
मामला दिल का है पूछता कौन है
बीच दरिया में तूफ़ान आया हुआ
सब किनारे खड़े नाख़ुदा कौन है
बाद तूफां के उठकर चले लोग सब
क़ाफ़िले का अभी रहनुमा कौन है
ये ही चर्चा रही रात भर बज़्म में
बेवफ़ा कौन है पारसा कौन है
रात आधी हुई तीरगी हर तरफ़
राह ऐसे में ये ढूँढ़ता कौन है
कौन समझे इशारों की भाषा यहाँ
बेज़ुबाँ की ज़ुबाँ बोलता कौन है
रावनों की नगर राजधानी हुआ
इस नगर में बचा देवता कौन है
रात में सच सभी को दिखाकर गया
सिर्फ़ ‘आनन्द’ था आइना कौन है
– डॉ आनन्द किशोर