“”बन गए दोनों हम तो मीत””
मनमीत ने गाया गीत जग गई जग गई मन में प्रीत।
उसके साथ में मैंने भी ,अब छेड़ दिया संगीत।
बन गए दोनों हम तो मीत ,बन गए दोनों हम तो मीत।।
दिल से दिल का नाता जोड़ा स्वर सरगम बजने लगी।
मैं भी सजता देख के उसको, सोलह सिंगार वह करने लगी।
मिले सबको प्यार में जीत।
बन गए दोनों हम तो मीत, बन गए हम तो दोनों मीत।।
सबके लबों पर नाम हमारा दिन पर दिन चढ़ने लगा।
देख के दिल्लगी हमारी कुछ कुछ उनको भी होने लगा।
अनुनय सभी निभाए प्यार की रीत।
बन गए दोनों हम तो मीत, बन गए दोनों हम तो मीत।।
राजेश व्यास अनुनय