Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2016 · 1 min read

कर के मजदूरी बचपन निकलता रहा

कर के मजदूरी बचपन निकलता रहा
खेलने के लिए वो तरसता रहा

चाहिए थी कलम पर मिली चाकरी
बोझ बचपन उठा के सिसकता रहा

रूप वैसे तो बच्चा है भगवान का
पर गरीबी में भूखा तड़पता रहा

धन गरीबों को कागज़ पे मिलता बहुत
पर तिजोरी में नेता की भरता रहा

बाल अपराध भी इतने अब बढ़ गए
‘अर्चना’ देख दिल बस दहलता रहा

डॉ अर्चना गुप्ता

2 Comments · 792 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
गैस कांड की बरसी
गैस कांड की बरसी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुद्ध को अपने याद करो ।
बुद्ध को अपने याद करो ।
Buddha Prakash
चोर कौन
चोर कौन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
परिवर्तन
परिवर्तन
लक्ष्मी सिंह
एक ही भूल
एक ही भूल
Mukesh Kumar Sonkar
मैं खुश हूँ बिन कार
मैं खुश हूँ बिन कार
Satish Srijan
अरमान गिर पड़े थे राहों में
अरमान गिर पड़े थे राहों में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
" यह जिंदगी क्या क्या कारनामे करवा रही है
कवि दीपक बवेजा
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
हमारी समस्या का समाधान केवल हमारे पास हैl
Ranjeet kumar patre
जो बीत गया उसके बारे में सोचा नहीं करते।
जो बीत गया उसके बारे में सोचा नहीं करते।
Slok maurya "umang"
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
*वशिष्ठ (कुंडलिया)*
*वशिष्ठ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मार नहीं, प्यार करो
मार नहीं, प्यार करो
Shekhar Chandra Mitra
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
Atul "Krishn"
■ दुनियादारी की पिच पर क्रिकेट जैसा ही तो है इश्क़। जैसी बॉल,
■ दुनियादारी की पिच पर क्रिकेट जैसा ही तो है इश्क़। जैसी बॉल,
*Author प्रणय प्रभात*
We Mature With
We Mature With
पूर्वार्थ
💐अज्ञात के प्रति-29💐
💐अज्ञात के प्रति-29💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Neeraj Agarwal
वो अजनबी झोंका
वो अजनबी झोंका
Shyam Sundar Subramanian
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
एक एहसास
एक एहसास
Dr fauzia Naseem shad
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
"नजरिया"
Dr. Kishan tandon kranti
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
मैं कुछ इस तरह
मैं कुछ इस तरह
Dr Manju Saini
Loading...