बदल डाला
लहजा बदला ,जमीं बदल डाली और मकां बदल डाला।
अपनी जिद के चक्कर में तुमने क्या- क्या बदल
डाला।
तुम्हारी बदल को देखकर हम भी बदलने वाले ही थे,
बदले के चक्कर मे तुमने खुद को भी ख़ामख़ा बदल डाला।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
लहजा बदला ,जमीं बदल डाली और मकां बदल डाला।
अपनी जिद के चक्कर में तुमने क्या- क्या बदल
डाला।
तुम्हारी बदल को देखकर हम भी बदलने वाले ही थे,
बदले के चक्कर मे तुमने खुद को भी ख़ामख़ा बदल डाला।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी