Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2017 · 1 min read

बताओ तो !

दिल को कोई ठोकर लगी,,,,,,,,, बताओ तो !
????????
इश्क था या दिल की ठगी,,,,,,,,, बताओ तो !
????????
तेरे दिल से जो निकले जाना तेरे आशिक हजार निकले !
????????
सच ? तेरी आदत है दिल्लगी,,,,,,,,, बताओ तो !
????????

Language: Hindi
1 Like · 666 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आज का प्रहार
■ आज का प्रहार
*Author प्रणय प्रभात*
हमारी तुम्हारी मुलाकात
हमारी तुम्हारी मुलाकात
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
इक्कीसवीं सदी के सपने... / MUSAFIR BAITHA
इक्कीसवीं सदी के सपने... / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
स्वतंत्र नारी
स्वतंत्र नारी
Manju Singh
2985.*पूर्णिका*
2985.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मोबाइल
मोबाइल
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नशा
नशा
Dr. Kishan tandon kranti
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पूर्वार्थ
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
अंसार एटवी
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
राष्ट्र भाषा राज भाषा
राष्ट्र भाषा राज भाषा
Dinesh Gupta
भीड़ का अनुसरण नहीं
भीड़ का अनुसरण नहीं
Dr fauzia Naseem shad
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
सच में शक्ति अकूत
सच में शक्ति अकूत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जय हो कल्याणी माँ 🙏
जय हो कल्याणी माँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भेद नहीं ये प्रकृति करती
भेद नहीं ये प्रकृति करती
Buddha Prakash
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
रक्षा के पावन बंधन का, अमर प्रेम त्यौहार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
मेरे मन का सीजन थोड़े बदला है
मेरे मन का सीजन थोड़े बदला है
Shiva Awasthi
कोरोना महामारी
कोरोना महामारी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
श्वान प्रेम
श्वान प्रेम
Satish Srijan
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
Yogendra Chaturwedi
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
चले न कोई साथ जब,
चले न कोई साथ जब,
sushil sarna
रे ! मेरे मन-मीत !!
रे ! मेरे मन-मीत !!
Ramswaroop Dinkar
*अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 )
*अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 )
Kshma Urmila
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
अब खयाल कहाँ के खयाल किसका है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी मोहब्बत, श्रद्धा वालकर
मेरी मोहब्बत, श्रद्धा वालकर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...