Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2021 · 2 min read

बच्चे की अभिलाषा

मैं कवित्री बनूं
उनके जैसा
मां कोई कविता लिख दो ना|
महादेवी हुई विश्वास हुए
उनके जैसा कर दो ना
गुस्से से बोलूं जब भी मैं
मेरी मीठी बोली कर दो ना|
मैं झूठ कहूं तुमसे कुछ
तुम उसको सच्चा कर दो ना|
मैं जीतू सबके दिल
मुझे ऐसी शिक्षा दो ना मां ।
सरहद पर तेरा नाम करूं
मुझे बॉर्डर पर भेजो ना मां|
संसद में तो चोर बसे
लोकतंत्र अब चल बसे
समझौता मुझे नहीं करना
तुम दुश्मन से कह दो ना मां|
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह
का बदला लेने दो ना मां|
मैं मर भी जाऊं बॉर्डर पर
तुम हरगिज ना रोना मां|
लक्ष्मीबाई की तरह मरू
मुझे ऐसा वर दे दो ना मां|
विश्वास कभी इतिहास ना भूले
कोई ऐसी कविता लिख दो ना|
जैसी है परछाई तुम्हारी
अपनी जैसी कर दो ना|
सरहद पर तो जंग छिड़ी है
मेरे छोटे को भेजो ना मां|
जब मैं हूं अकेला सरहद पर
मुझे राष्ट्रीय गीत सुनाना मां|
बलिदान व्यर्थ ना जाएगा
उन वीरों को समझाना मां|
मैं लौट के फिर आऊंगी
तुम बिल्कुल ना घबराना मां|
क्या हुआ हालात बुरे हैं
हालातों को समझो मां|
संकट की घड़ी है मेरे वतन पर
तुम बाहर ना निकलो मां
तू तो है जननी मेरी
जज्बातों को समझो मां|
बलिदान व्यर्थ ना जाएगा
आप समझाएगीं तो सब समझेगा ।
हम कवित्री हैं कायर नहीं
मेरे कलम की ताकत समझो ना|
खंजर से कट जाओगे
तलवारों से मर जाओगे|
मात्र कलम की एक लेखनी से
दुनिया से मिट जाओगे|
मां ऐसी कविता लिख दो ना।

#किसानपुत्री_शोभा_यादव

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 360 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक लड़का,
एक लड़का,
हिमांशु Kulshrestha
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-341💐
💐प्रेम कौतुक-341💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जिंदगी जब जब हमें
जिंदगी जब जब हमें
ruby kumari
3309.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3309.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
Rajni kapoor
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
"पवित्रता"
Dr. Kishan tandon kranti
धरती के सबसे क्रूर जानवर
धरती के सबसे क्रूर जानवर
*Author प्रणय प्रभात*
पहला श्लोक ( भगवत गीता )
पहला श्लोक ( भगवत गीता )
Bhupendra Rawat
प्रकृति वर्णन – बच्चों के लिये एक कविता धरा दिवस के लिए
प्रकृति वर्णन – बच्चों के लिये एक कविता धरा दिवस के लिए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ख़ामोशी से बातें करते है ।
ख़ामोशी से बातें करते है ।
Buddha Prakash
झूला....
झूला....
Harminder Kaur
दिल के टुकड़े
दिल के टुकड़े
Surinder blackpen
जग की आद्या शक्ति हे ,माता तुम्हें प्रणाम( कुंडलिया )
जग की आद्या शक्ति हे ,माता तुम्हें प्रणाम( कुंडलिया )
Ravi Prakash
तेरी यादों के आईने को
तेरी यादों के आईने को
Atul "Krishn"
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
संजय कुमार संजू
आसमाँ .......
आसमाँ .......
sushil sarna
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
बीन अधीन फणीश।
बीन अधीन फणीश।
Neelam Sharma
"दोस्ती का मतलब"
Radhakishan R. Mundhra
भ्रष्ट होने का कोई तय अथवा आब्जेक्टिव पैमाना नहीं है। एक नास
भ्रष्ट होने का कोई तय अथवा आब्जेक्टिव पैमाना नहीं है। एक नास
Dr MusafiR BaithA
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
Manisha Manjari
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
क्या हुआ जो मेरे दोस्त अब थकने लगे है
Sandeep Pande
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
Vishal babu (vishu)
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
पूर्वार्थ
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
VINOD CHAUHAN
Loading...