Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2021 · 2 min read

बच्चे ईश्वर का रूप

बच्चे तो ईश्वर का रूप होते हैं
मैं ही नहीं ऐसा सब कहते है
देखकर उनका प्यारा चेहरा
सभी भाव विभोर होते हैं
भूलकर सब ग़म जिंदगी के
अपने बचपन में खो जाते हैं
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते हैं ।।

कहानियों में ही सुने है हमने
कान्हा के बचपन के किस्से
दुर्लभ दर्शन हो जाते है देखकर
भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप के
देखकर बच्चों की शरारतों को
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते हैं।।

बच्चों में कोई पाखंड नहीं होता
बच्चा कभी बिना तकलीफ नहीं रोता
वो तो होते है मन्न के सच्चे
उनके लिए कोई पराया नहीं होता
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते हैं ।।

पलभर रोते है,अगले ही पल हंसते है
इंसान में तो ऐसा हुनर देखा नहीं
ऐसा तो सिर्फ ईश्वर ही कर पाते है
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते हैं ।।

बच्चों का प्यार होता है सबसे सच्चा
मारने पर भी मां की गोद में ही रोता है बच्चा
याद आता है ये देखकर श्री कृष्ण का बचपन
माखन चोरी पर भी अपने को बताते थे सच्चा
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते है।।

बच्चे मन के सच्चे, यूं ही नहीं कहते
जो भी हो दिल में सब कुछ है कहते
लड़ते है फिर भी एक दूजे के बिन ना रहते
रोकते जिस काम से, उसी को वो करते
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते है।।

बच्चे तो प्यार कि खान होती है
अपने खिलौनों में उनकी जान होती है
जो निर्जीव खिलौनों को इतना प्यार करते है
कैसे मापें, मां बाप से कितना प्यार करते है
बच्चे तो ईश्वर का रूप होते है ।।

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 1763 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोई पूछे तो
कोई पूछे तो
Surinder blackpen
पिता, इन्टरनेट युग में
पिता, इन्टरनेट युग में
Shaily
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
लड़कियों को विजेता इसलिए घोषित कर देना क्योंकि वह बहुत खूबसू
Rj Anand Prajapati
अपना बिहार
अपना बिहार
AMRESH KUMAR VERMA
सत्य की खोज
सत्य की खोज
dks.lhp
■ अपना मान, अपने हाथ
■ अपना मान, अपने हाथ
*Author प्रणय प्रभात*
हो सकता है कि अपनी खुशी के लिए कभी कभी कुछ प्राप्त करने की ज
हो सकता है कि अपनी खुशी के लिए कभी कभी कुछ प्राप्त करने की ज
Paras Nath Jha
जिसकी जिससे है छनती,
जिसकी जिससे है छनती,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*जीवन का आनन्द*
*जीवन का आनन्द*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मानव और मशीनें
मानव और मशीनें
Mukesh Kumar Sonkar
जिंदगी भी एक सांसों का रैन बसेरा है
जिंदगी भी एक सांसों का रैन बसेरा है
Neeraj Agarwal
यक़ीनन एक ना इक दिन सभी सच बात बोलेंगे
यक़ीनन एक ना इक दिन सभी सच बात बोलेंगे
Sarfaraz Ahmed Aasee
Tum khas ho itne yar ye  khabar nhi thi,
Tum khas ho itne yar ye khabar nhi thi,
Sakshi Tripathi
नजर से मिली नजर....
नजर से मिली नजर....
Harminder Kaur
2428.पूर्णिका
2428.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी
जिंदगी
Madhavi Srivastava
मेरी जन्नत
मेरी जन्नत
Satish Srijan
कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस क
कभी-कभी वक़्त की करवट आपको अचंभित कर जाती है.......चाहे उस क
Seema Verma
जज़्बा है, रौशनी है
जज़्बा है, रौशनी है
Dhriti Mishra
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
Anil chobisa
फेसबुक
फेसबुक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
तेरी याद आती है
तेरी याद आती है
Akash Yadav
💐प्रेम कौतुक-478💐
💐प्रेम कौतुक-478💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तन्हाई
तन्हाई
Sidhartha Mishra
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
*क्या हाल-चाल हैं ? (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
"चाँद को शिकायत" संकलित
Radhakishan R. Mundhra
Loading...