Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2016 · 2 min read

बंधवा कर राखी तुझसे ओ मेरी बहना

सभी बहनों को इस भाई की तरफ से रक्षाबंधन की प्रस्तुति ।
उम्मीद है सभी बहनें प्यार बरसायेंगीं।
??????????
बंधवा कर राखी तुझसे ओ मेरी बहना ।
भाई चाहता है तुझसे कुछ कहना ।
बेशक पड़े तुझे पराये घर में रहना ।
पर हर गम को तूने , ख़ुशी से है सहना ।
शिष्टाचार की तुम मूरत बनो ।
सभ्यता की असली सूरत बनो ।
तेरे चाल चलन पर हो गर्व मुझे ।
हर कोई कहने को तरसे , बहन तुझे ।
आधुनिकता के जाल में तुम मत फंसना ।
न देखना पड़े भाई को , तुझ पर जग हंसना ।
तेरी सादगी का आदर और सत्कार करूँ ।
हर मुसीबत में रक्षा तेरी , बारम्बार करूँ ।
फर्ज के तराजू का सन्तुलन बना बढ़ते रहना ।
बन जाए वाणी की मिठास , तेरे होंठों का गहना ।
बंधवा कर राखी तुझसे ओ मेरी बहना …….
तेरे ससुराल में तुझ पर मान करे हर कोई ।
ढूंढने पर भी मिलने न पाये कमी तुझमे कोई ।
मर्यादा में रहना , पति की बन कर रानी।
तेरे संस्कार पर भी , बन जाये कोई कहानी।
पाक कला से मुख न मोड़ना तुम ।
फैशन के लिए नाता परिवार से न तोडना तुम ।
टीवी की लत तेरा घर तोड़ सकती है ।
फेसबुक और व्हाट्स एप्प भी रिश्ते मरोड़ सकती है ।
नहीं बुरी है ये सब सहूलत , अगर सही प्रयोग करेगी।
अगर फंस गयी इस बीमारी में , हर पल दुःख भोग करेगी।
नारी है नारीत्व का कर शिंगार हर पल।
पहचान पुरानी तुम भूलकर , भटक न जाना तुम आजकल ।
तेरी क़ुरबानी पर फ़िदा हो बच्चे तेरे ।
कर दे सच सब , ये ख्वाब सच्चे मेरे ।
सास ससुर का आदर माँ बाप की तरह करती रहना ।
चमके तेरे कर्म की खुशबू से , समाज का हर कोना ।
बंधवा कर राखी तुझसे ओ मेरी बहना ।
भाई चाहता है तुझसे बस यही कहना ।
सभी बहनों का राष्ट्र भाई
कवि एवम् शायर
कृष्ण मलिक अम्बाला हरियाणा ।
Written on. 16.08.2016
सभी बहनों से अनुरोध है कि रचना यदि दिल के पार जाये तो अपनी अपनी timeline पर शेयर कर इसे भारत के कोने कोने में फ़ैलाने में सहयोग करें।
सभी पोस्ट के लाइफटाइम दर्शक बनने के लिए आप इस लेखनी का पेज भी लाइक कर सकते हैं नीचे लिंक भी दिया जा रहा है ।
https://m.facebook.com/Krishan-Malik-1453469641553153/
May also email me your suggestion and feed back on
ksmalik2828@gmail.com

Language: Hindi
518 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all
You may also like:
Har subha uthti hai ummid ki kiran
Har subha uthti hai ummid ki kiran
कवि दीपक बवेजा
कविता: घर घर तिरंगा हो।
कविता: घर घर तिरंगा हो।
Rajesh Kumar Arjun
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
राजाधिराज महाकाल......
राजाधिराज महाकाल......
Kavita Chouhan
जिंदगी को बोझ नहीं मानता
जिंदगी को बोझ नहीं मानता
SATPAL CHAUHAN
मुस्कानों की परिभाषाएँ
मुस्कानों की परिभाषाएँ
Shyam Tiwari
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
*धूप शीत में खिली सुनहरी, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*धूप शीत में खिली सुनहरी, अच्छी लगती है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
कोरोना
कोरोना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
Dr MusafiR BaithA
जीवन में ईनाम नहीं स्थान बड़ा है नहीं तो वैसे नोबेल , रैमेन
जीवन में ईनाम नहीं स्थान बड़ा है नहीं तो वैसे नोबेल , रैमेन
Rj Anand Prajapati
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय
नाम:- प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
Pratibha Pandey
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
आराम का हराम होना जरूरी है
आराम का हराम होना जरूरी है
हरवंश हृदय
होते वो जो हमारे पास ,
होते वो जो हमारे पास ,
श्याम सिंह बिष्ट
ना कुछ जवाब देती हो,
ना कुछ जवाब देती हो,
Dr. Man Mohan Krishna
कवितायें सब कुछ कहती हैं
कवितायें सब कुछ कहती हैं
Satish Srijan
कहना तो बहुत कुछ है
कहना तो बहुत कुछ है
पूर्वार्थ
नशा नाश की गैल हैं ।।
नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
#आज_का_सबक़
#आज_का_सबक़
*Author प्रणय प्रभात*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..........अकेला ही.......
..........अकेला ही.......
Naushaba Suriya
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
5-सच अगर लिखने का हौसला हो नहीं
5-सच अगर लिखने का हौसला हो नहीं
Ajay Kumar Vimal
मईया के आने कि आहट
मईया के आने कि आहट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नौकरी
नौकरी
Aman Sinha
"कहाँ छुपोगे?"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...