Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2017 · 1 min read

“बंग महान” …..??

बंगाल सांप्रदायिक घटनाओं पर लिखी “हाइकु” रचना
@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@

कटुता द्वेष
मिटती मानवता
बंग प्रदेश
***********
अस्मतें लूटी
मरघट पसरा
बंग प्रदेश
***********
खंडित देश
तुष्टिकरण राज
बंग प्रदेश
***********
जलती झुग्गी
अदृश्य सेकुलर
बंग प्रदेश
**********
सत्ता का मद
चुभता जनादेश
बंग प्रदेश
***********
शिक्षित नारी
हद तोड़ती सारी
जाति विशेष
***********
धर्म विशेष
कुंठित परिवेश
बंग प्रदेश
***********
दुर्गा पूजा
मुहर्रम से ऊँचा
बंग प्रदेश
***********
वीरों की भूमि
संस्कृति अशेष
बंग प्रदेश
***********
मैला आँचल
स्मृतियाँ विशेष
टेरेसा वेश
***********
केंद्र भी मौन
उलझे अब कौन
बंग प्रदेश
************
घुटते प्राण
है,पाश्विक इंसान
बंग महान?
***********

सूर्य करण सोनी
“अग्निवृष्टि?”
9-7-2017

Language: Hindi
380 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
राम दर्शन
राम दर्शन
Shyam Sundar Subramanian
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
Seema gupta,Alwar
*साम वेदना*
*साम वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
जन्मदिन की शुभकामना
जन्मदिन की शुभकामना
Satish Srijan
"प्रेरणा के स्रोत"
Dr. Kishan tandon kranti
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
*जहॉं पर हारना तय था, वहॉं हम जीत जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
कोई ख़्वाब है
कोई ख़्वाब है
Dr fauzia Naseem shad
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
इश्क का रंग मेहंदी की तरह होता है धीरे - धीरे दिल और दिमाग प
Rj Anand Prajapati
रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि।
रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि।
दुष्यन्त 'बाबा'
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
rekha mohan
बर्फ के टीलों से घर बनाने निकले हैं,
बर्फ के टीलों से घर बनाने निकले हैं,
कवि दीपक बवेजा
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अंतिम युग कलियुग मानो, इसमें अँधकार चरम पर होगा।
अंतिम युग कलियुग मानो, इसमें अँधकार चरम पर होगा।
आर.एस. 'प्रीतम'
मन होता है मेरा,
मन होता है मेरा,
Dr Tabassum Jahan
कर पुस्तक से मित्रता,
कर पुस्तक से मित्रता,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
पूर्वार्थ
मुस्कान है
मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
पैसा सौगात के नाम पर बंटे
*Author प्रणय प्रभात*
3118.*पूर्णिका*
3118.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
प्रेम.....
प्रेम.....
हिमांशु Kulshrestha
दौड़ी जाती जिंदगी,
दौड़ी जाती जिंदगी,
sushil sarna
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
Ms.Ankit Halke jha
त्रिशरण गीत
त्रिशरण गीत
Buddha Prakash
Loading...