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5 Jul 2020 · 1 min read

फूलों सा व्यवहार करो

घृणा के काँटे ना चुभाओ
फूलों सा व्यवहार करो

अपना हो या पराया हो
हर अतिथि का सत्कार करो

यदि बड़ा बनना है तो
अपना हृदय बड़ा करो

अपना हित बाद में सोचो
पहले जग का भला करो

जीवन सफल तभी होगा
तुम सदा परोपकार करो

घृणा के काँटे न चुभाओ
फूलों सा व्यवहार करो

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 358 Views
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