Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2021 · 1 min read

*”फूलों वाली होली”*

“फूलों वाली होली”
वृंदावन में धूम मची है, सतरंगी रंगीन फूलों वाली होली।
राग द्वेष मिटाकर गले लगाते, महकते हुए फूलों की होली।
????????
जब फूलों से खेलते हुए होली ,
दोगुना हो झूमते मनाएं होली।
हर्ष उल्लासपूर्ण माहौल ,फूलों संग रंग गुलाल उड़ाते हुए होली।
????????
बांके बिहारी संग खेलते हुए ,
फागुन फाग गीतों में होली।
लाल पीले गुलाबी सतरंगी रंगों में,
टेसू गुलाब गेंदा फूलों की होली।
????????
बरसाने में लठ्ठ ले दौड़ लुगाई ,
निकली सखियों संग टोली।
आओ वृंदावन बरसाने के उत्सवों में,
हम भी रंग जाए फूलों की सतरंगी खेले होली।
????????
हर्बल रंग सूखे रंगों को छोड़कर ,
पानी बर्बाद न करें खेले फूलों वाली होली।
जय श्री कृष्णा राधे राधे ?
शशिकला व्यास✍️

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अश्रुऔ की धारा बह रही
अश्रुऔ की धारा बह रही
Harminder Kaur
झूठ की टांगें नहीं होती है,इसलिेए अधिक देर तक अडिग होकर खड़ा
झूठ की टांगें नहीं होती है,इसलिेए अधिक देर तक अडिग होकर खड़ा
Babli Jha
ख़्वाब
ख़्वाब
Monika Verma
आख़री तकिया कलाम
आख़री तकिया कलाम
Rohit yadav
प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
* इस धरा को *
* इस धरा को *
surenderpal vaidya
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
The life of an ambivert is the toughest. You know why? I'll
Sukoon
Preparation is
Preparation is
Dhriti Mishra
कर ले कुछ बात
कर ले कुछ बात
जगदीश लववंशी
Noone cares about your feelings...
Noone cares about your feelings...
Suryash Gupta
बेमेल कथन, फिजूल बात
बेमेल कथन, फिजूल बात
Dr MusafiR BaithA
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
Satyaveer vaishnav
मर्द रहा
मर्द रहा
Kunal Kanth
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी।
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी।
Prashant mishra (प्रशान्त मिश्रा मन)
सुनें   सभी   सनातनी
सुनें सभी सनातनी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं
ग़ज़ल/नज़्म: एक तेरे ख़्वाब में ही तो हमने हजारों ख़्वाब पाले हैं
अनिल कुमार
हम
हम
Ankit Kumar
"परिपक्वता"
Dr Meenu Poonia
Tum makhmal me palte ho ,
Tum makhmal me palte ho ,
Sakshi Tripathi
बस यूं ही
बस यूं ही
MSW Sunil SainiCENA
भैया  के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
भैया के माथे तिलक लगाने बहना आई दूर से
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2329.पूर्णिका
2329.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हम भी तो चाहते हैं, तुम्हें देखना खुश
हम भी तो चाहते हैं, तुम्हें देखना खुश
gurudeenverma198
"वो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
■आज का #दोहा।।
■आज का #दोहा।।
*Author प्रणय प्रभात*
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
Shashi kala vyas
बीती सदियाँ राम हैं , भारत के उपमान(कुंडलिया)
बीती सदियाँ राम हैं , भारत के उपमान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
Loading...