Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2017 · 1 min read

फिर सात दोहे ।

बुधवार स्वतन्त्र दोहे —

—————-फिर सात दोहे—————

फूक फूक चलना सदा,, भूल एक पर्याप्त ।।
राम मॄत्यु का कटघरा, चौतरफा है व्याप्त ।।

विनय नम्रता सादगी ,सत्य सरस व्यवहार ।
सदाचार सदभाव का,,,, ऋणी रहा संसार ।।

मन की खायीं विषभरी, झांझर झरती बूंद ।
निज तन भींगे दुख सहे, तड़पे आँखे मूँद ।।

धन्य वही नर नागरिक, ज्ञानी या मतिमन्द ।
देख पड़ोसी की ख़ुशी , मिले जिसे आनंद ।।

सुख के दो दिन बाद में, दुख का है परिवेश ।
पुनः सुखों की चाह में ,,,,,,देह रह गयी शेष ।।

एक अवस्था वृद्ध की,,,माया बढ़ती जात ।
मायारूपी मृत्यु के , सम्मुख है भय खात ।।

घाव मिले यदि शत्रु से , छोड़ सभी अपवाद ।
बदला है तो लीजिये,,,,चाहे दो दिन के बाद ।।

©©राम केश मिश्र

Language: Hindi
1094 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम【लघुकथा】*
प्रेम【लघुकथा】*
Ravi Prakash
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
_सुलेखा.
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
धन्य होता हर व्यक्ति
धन्य होता हर व्यक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
एक ही तो, निशा बचा है,
एक ही तो, निशा बचा है,
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
होंसला
होंसला
Shutisha Rajput
जय जय जगदम्बे
जय जय जगदम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चाय
चाय
Dr. Seema Varma
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
स्वप्न बेचकर  सभी का
स्वप्न बेचकर सभी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Khahisho ki kashti me savar hokar ,
Khahisho ki kashti me savar hokar ,
Sakshi Tripathi
"खैरात"
Dr. Kishan tandon kranti
ସେହି କୁକୁର
ସେହି କୁକୁର
Otteri Selvakumar
गुलदानों में आजकल,
गुलदानों में आजकल,
sushil sarna
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
विकलांगता : नहीं एक अभिशाप
विकलांगता : नहीं एक अभिशाप
Dr. Upasana Pandey
रूपसी
रूपसी
Prakash Chandra
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
अहिल्या
अहिल्या
Dr.Priya Soni Khare
देकर हुनर कलम का,
देकर हुनर कलम का,
Satish Srijan
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
जन्मदिन पर आपके दिल से यही शुभकामना।
सत्य कुमार प्रेमी
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
Arvind trivedi
अजनबी बनकर आये थे हम तेरे इस शहर मे,
अजनबी बनकर आये थे हम तेरे इस शहर मे,
डी. के. निवातिया
रहस्य-दर्शन
रहस्य-दर्शन
Mahender Singh
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
Phool gufran
देश के खातिर दिया जिन्होंने, अपना बलिदान
देश के खातिर दिया जिन्होंने, अपना बलिदान
gurudeenverma198
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
कई बार हम ऐसे रिश्ते में जुड़ जाते है की,
पूर्वार्थ
*मन राह निहारे हारा*
*मन राह निहारे हारा*
Poonam Matia
Loading...