*फिर भी अबला है*
?♀” फिर भी अबला है??
” गजब की कला है साब,,,
” और गजब की बला है साब,,,
” जो नारी कानून की जानकार,,,
” थाने में थानेदार,
” सारे हकों की हकदार
” वो भी अबला है साब1
” जो सब पर है भारी
” जिसकी गजब कर गुजारी
” जिसने जेब में डाक डारी
” वो भी निबला है साब2
” जिसकी चतुराई के नाप नही
” बातो में जिसकी संताप नही
” जिसका कोई सीधा माप नही
” वो भी बिकला है साब3
” हर ओर जोर जिसका गूंजे
” सब कोई कदम जिसके पूंजे
” मन मे जिसके भंजती घूँझे
” वो भी तो अबला है साब4
” मन की मालकिन होती है
” चावी गुच्छा ले जो सोती है
” रुलाये पर कभी न रोती है
” वो भी विकला है साब5
??” सोनु जैन मंदसौर??