Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2017 · 1 min read

**** प्रेम -मंदिर ****

लोग कहते हैं रिश्ते रूहानी होने चाहिए

प्यार सिर्फ जिस्मानी नही होना चाहिए

नज़र और नज़रिया अपना बदल देखें

प्यार रोशन-जिस्म बिना हुआ चाहिए

दुआ कीजिए जिस्म मन्दिर है प्यार का

प्यार का देवता बूत की देख सुंदरता

दर प्यार के आएगा मन मन्दिर में वरना

देख विद्रूपता लौट दर से फिर जायेगा

कौन दूजा फिर उस दर ठहर पायेगा

नज़र बदली है ना बदलेगा नजरिया

मुहब्बत आधार बूत -बुतखाने का है

जिस्म है वह पवित्र मन्दिर यारों जिसमे

देख सुंदरता प्रेम -देवता प्रवेश करता है

फिर क्यों भूलते हो आज की मित्रता

फेस देख की जाती है फेसबुक मित्रता

फिर प्यार का देवता क्या है भावशून्य

क्या उसको नहीं भाता प्यारा चन्द्रमुख

जिस्म तो है प्यार का प्यारा सा मन्दिर

जिसमे रख कदम भूले नादिरशाही

प्रेम का आधार जिस्म ही है प्रेम-मन्दिर ।।
. ? मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 552 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
कभी-कभी हम निःशब्द हो जाते हैं
कभी-कभी हम निःशब्द हो जाते हैं
Harminder Kaur
बसंत आने पर क्या
बसंत आने पर क्या
Surinder blackpen
"ए एड़ी न होती"
Dr. Kishan tandon kranti
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हया
हया
sushil sarna
★आईने में वो शख्स★
★आईने में वो शख्स★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मैं बारिश में तर था
मैं बारिश में तर था
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
(Y) #मेरे_विचार_से
(Y) #मेरे_विचार_से
*Author प्रणय प्रभात*
हिंदी दोहा- अर्चना
हिंदी दोहा- अर्चना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं तुम और हम
मैं तुम और हम
Ashwani Kumar Jaiswal
माफ करना मैडम हमें,
माफ करना मैडम हमें,
Dr. Man Mohan Krishna
जानते वो भी हैं...!!
जानते वो भी हैं...!!
Kanchan Khanna
*सीधेपन से आजकल, दुनिया कहीं चलती नहीं (हिंदी गजल/गीतिका)*
*सीधेपन से आजकल, दुनिया कहीं चलती नहीं (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
(10) मैं महासागर हूँ !
(10) मैं महासागर हूँ !
Kishore Nigam
संध्या वंदन कीजिए,
संध्या वंदन कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3191.*पूर्णिका*
3191.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" लहर लहर लहराई तिरंगा "
Chunnu Lal Gupta
मौत की हक़ीक़त है
मौत की हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
भारत माता
भारत माता
Seema gupta,Alwar
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
नए मुहावरे का चाँद
नए मुहावरे का चाँद
Dr MusafiR BaithA
मेरा दुश्मन
मेरा दुश्मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
दिनकर/सूर्य
दिनकर/सूर्य
Vedha Singh
मजबूत रिश्ता
मजबूत रिश्ता
Buddha Prakash
Loading...