Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2021 · 2 min read

प्रेम छब्बीसी

प्रेम छब्बीसी
“”””””””””””
प्रेम से बढ़के दुनियाँ में राहत नहीं
प्रेम से बढ़के दुनियाँ में चाहत नहीं

इक अनोखा ही दर्ज़ा रहा प्रेम का
प्रेम जैसी जगत में इबारत नहीं

ऐसे प्राणी नहीं होते मानव कभी
जिनके उर को लगी प्रेम की लत नहीं

प्रेम से ही प्रकट होते भगवान हैं
प्रेम के बिन है कुछ भी सलामत नहीं

जिस जगह प्रेम है सब कुशलक्षेम है
प्रेम के दरमियाँ आती आफ़त नहीं

प्रेम करता रहा है समर्पण सदा
प्रेम के पास टिकती बग़ावत नहीं

प्रेम-धागे से टूटे भी जुड़ते रहे
प्रेम को तोड़ दे ऐसी ताक़त नहीं

प्रेम अनुराग है प्रेम विश्वास है
प्रेम से है बड़ी जग में दौलत नहीं

प्रेम उन्मुक्ति है प्रेम बंधन भी है
इसमें चलती किसी की वकालत नहीं

प्रेम अभिमान है प्रेम बलिदान है
प्रेम में मात है ये हक़ीकत नहीं

दुश्मनों के लिए भी कभी कष्ट हो
प्रेम के पन्थियों की ये चाहत नहीं

ढंग नया या पुराना नहीं प्रेम का
प्रेम के बाद कोई इबादत नहीं

सारी दुनियाँ भी पीछे पड़े प्रेम के
पर मिटाने की इसको हिमाक़त नहीं

प्रेम रहता है संसार में हर जगह
ढूँढने की है इसको ज़रूरत नहीं

प्रेम किसको करें हम, करें ना करें
प्रेम-पुस्तक में ऐसी हिदायत नहीं

ढाई आख़र का ये एक उपहार है
इससे बढ़कर ख़ुदा की इनायत नहीं

प्रेम के सामने ज्ञान बौना हुआ
प्रेम-धन से बड़ी बादशाहत नहीं

प्रेम के हैं पुजारी सदा शख़्स जो
उनको होती किसी से हिक़ारत नहीं

प्रेम के घर में जा कर बसेरा करें
जिनके सर पर सहारे की है छत नहीं

करें प्रेम सबको रहें प्रेम से
प्रेम पहला सबक है महारत नहीं

जान पाते नहीं वो नशा प्रेम का
है शिराओं में जिनकी शराफ़त नहीं

कितने भी दिन-रात पढ़ लो सफ़े
प्रेम करने से बढ़ कर नसीहत नहीं

प्रेम निष्काम है प्रेम निष्पक्ष है
प्रेम लेता किसी की हिमायत नहीं

फैसला प्रेम का सबको स्वीकार्य है
इसके माफ़िक जगत में अदालत नहीं

प्रेम का नाम बदनाम करते हैं वे
प्रेम करने की जिनको लियाकत नहीं

प्रेम पूजा है इसकी हिफ़ाजत करें
प्रेम से खेलने की इजाज़त नहीं
-रमेश ‘अधीर’

11 Likes · 36 Comments · 910 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ramesh Adheer
View all
You may also like:
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
Swara Kumari arya
■ आज का खुलासा...!!
■ आज का खुलासा...!!
*Author प्रणय प्रभात*
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
(6)
(6)
Dr fauzia Naseem shad
अन्तिम स्वीकार ....
अन्तिम स्वीकार ....
sushil sarna
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ये गजल नही मेरा प्यार है
ये गजल नही मेरा प्यार है
Basant Bhagawan Roy
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
Dr. Man Mohan Krishna
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
कविता
कविता
Shyam Pandey
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
शेखर सिंह
Rap song (1)
Rap song (1)
Nishant prakhar
अध्यात्म का शंखनाद
अध्यात्म का शंखनाद
Dr.Pratibha Prakash
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Ram Krishan Rastogi
बेवफाई करके भी वह वफा की उम्मीद करते हैं
बेवफाई करके भी वह वफा की उम्मीद करते हैं
Anand Kumar
Tum khas ho itne yar ye  khabar nhi thi,
Tum khas ho itne yar ye khabar nhi thi,
Sakshi Tripathi
गीत
गीत
Shiva Awasthi
*खाना लाठी गोलियाँ, आजादी के नाम* *(कुंडलिया)*
*खाना लाठी गोलियाँ, आजादी के नाम* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
हाइकु (#मैथिली_भाषा)
हाइकु (#मैथिली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
Aadarsh Dubey
लगन लगे जब नेह की,
लगन लगे जब नेह की,
Rashmi Sanjay
बिल्ले राम
बिल्ले राम
Kanchan Khanna
किसको दोष दें ?
किसको दोष दें ?
Shyam Sundar Subramanian
क्रव्याद
क्रव्याद
Mandar Gangal
तब तात तेरा कहलाऊँगा
तब तात तेरा कहलाऊँगा
Akash Yadav
Loading...